नई दिल्ली: कॉमेडियन और एक्टर कपिल शर्मा (Kapil Sharma) ने अपने संघर्ष के दिनों के कुछ किस्से साझा किए हैं. एक बातचीत में, अपने शुरुआती संघर्ष के दिनों के बारे में बताते हुए, कपिल ने कहा कि मेरी ऐसी कोई योजना नहीं थी. अगर मैं बताऊंगा कि मैंने कैसे काम शुरू किया तो लोग हंसेंगे. मैंने पहले बीएसएफ के लिए कोशिश की, फिर सेना में गया. मेरे पिता और चाचा पुलिस बल का हिस्सा थे. लेकिन पापा काफी संगीतकारों को जानते थे और उन्होंने मुझे उनसे मिलवाया. वह चाहते थे कि मैं जीवन में कुछ बड़ा या रचनात्मक करूं.
मुंबई ने दिया स्टार बनने का मौका
कपिल ने कहा कि मुझे याद है कि मैं पहली बार अपने दोस्तों के साथ मुंबई आया था. हम निर्देशकों की तलाश में जुहू बीच पर घूमते थे जैसे कि हमारे पास जीवन में करने के लिए बेहतर कुछ नहीं था. तब से अब तक – चीजें बहुत बदल गई हैं. वह बोले, ‘मुंबई ने मेरे जैसे स्कूटर वालों को एक मंच पर खड़े होने और लोगों का मनोरंजन करने का मौका दिया है.’
एक दिन देखते थे ऐसे सपने
स्टार कॉमेडियन ने कहा कि मुझे याद है मैं बिलकुल नया था मुंबई में और इस बात से अनजान था कि मेरे रास्ते में क्या आ रहा था. मैं मुंबई की हलचल भरी सड़कों के माध्यम से अपना रास्ता बना रहा था, मैं अभी जहां हूं, वहीं होने का सपना देख रहा था. बता दें कि ‘कपिल शर्मा: आई एम नॉट डन स्टिल’ 28 जनवरी को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो रही है.