रायपुर। सोमवार को अयोध्या के श्री राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूरे देश में जश्न मनाया गया. इस दौरान छत्तीसगढ़ के धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल चंद्रखुरी स्थित कौशल्या माता धाम पहुंचे. जहां वे छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा आयोजित रामोत्सव में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने अयोध्या धाम के तर्ज पर कौशल्या माता धाम का विकास किए जाने का ऐलान किया. इसके साथ ही उन्होंने चंद्रखुरी में श्री राम की प्रतिमा को बदलने और अयोध्या में बने राम मंदिर की तर्ज पर राजधानी में राम मंदिर की प्रतिकृति बनाने की भी घोषणा की है.
आपको बता दें कि, रामोत्सव में शामिल होने चंद्रखुरी पहुंचे पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कौशल्या धाम पहुंच कर माता कौशल्या का दर्शन किया. पूजा-अर्चना की और प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की. रामोत्सव के दौरान मंत्री बृजमोहन अग्रवाल उन्होंने कहा कि, “रायपुर में अयोध्या में तैयार किए गए राम मंदिर की प्रतिकृति तैयार की जाएगी. नवा रायपुर के पुरखौती मुक्तांगन परिसर में भव्य और दिव्य राम मंदिर प्रतिकृति तैयार की जाएगी. यह अयोध्या में बनाए गए राम मंदिर की हुबहू प्रतिकृति होगी.” इस दौरान संस्कृति मंत्री ने माता कौशल्या पर आधारित विशेष डाक टिकिट विमोचन भी किया.
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर पूरे देश में उमंग और उत्साह का वातावरण है. यह छत्तीसगढ़ के लिए गौरवान्वित करने वाला क्षण है. छत्तीसगढ़ के भांजा रामलला को आज जन्म भूमि मंदिर में स्थापित किया गया.550 वर्षाे का इंतजार खत्म हुआ है. प्रभु श्री राम के जीवन के बारे में सभी को जानना है. उनके चरित्र को अपने जीवन में उतारना है. प्रभु राम की ही कृपा है कि आज अयोध्या में श्री राम के मंदिर का निर्माण हुआ. छत्तीसगढ़ रामलला का ननिहाल है. मैं गर्व से कह सकता हूं कि देश के एकमात्र कौशल्या माता जी का मंदिर सिर्फ कौशल्या धाम चंद्रखुरी में है. ये हमारे लिए सौभाग्य की बात है. अयोध्या धाम के तर्ज पर कौशल्या माता धाम का भी विकास किया जाएगा. इसके लिए जल्द ही मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा.
गौरतलब है कि, रामोत्सव कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध लोक कलाकार राकेश तिवारी सहित अन्य कलाकारों ने राम वन गमन नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी. इसके अलावा गोपा सान्याल की टीम ने राम भजन से समां बांधा. वहीं, अल्का चंद्राकर की टीम ने भजन, जसगीत और लोकगीत के साथ ही अनेक मानस मंडली की ओर से मानस गायन की रंगारंग प्रस्तुति दी.