NEET UG 2024 results: नीट यूजी धांधली मामले में आज सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने अहम फैसला सुनाया है। गुरुवार को सुनवाई के दौरान केंद्र की ओर से प्रस्ताव रखा गया कि ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1563 कैंडिडेट के स्कोरकार्ड निरस्त होंगे। इसके बाद बिना ग्रेस मार्क्स के स्कोर कार्ड जारी किए जाएंगे। इसके बाद ग्रेस मार्क्स की वजह से नीट रिजल्ट में अनियमितता को देखते हुए कोर्ट ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को 1563 छात्रों के ग्रेस मार्क्स रद्द करके फिर से नीट एग्जाम आयोजित करने का निर्देश दिया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने NTA को ‘क्लीन चिट’ दी है। प्रधान ने भ्रष्टाचार के आरोपों को निरधार और एनटीए को विश्वसनीय संस्था बताया है। वहीं पेपर लीक के आरोप की याचिका पर 8 जुलाई को सुनवाई होगी।
काउंसलिंग पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट कर चुका है इनकार
इससे पहले 11 जून को सुप्रीम कोर्ट ने स्टूडेंट शिवांगी मिश्रा और 9 अन्य छात्रों की याचिका पर सुनवाई की थी। इसे रिजल्ट की घोषणा से पहले 1 जून को दायर किया गया था। कैंडिडेट्स ने बिहार और राजस्थान के एग्जाम सेंटर्स पर गलत क्वेश्चन पेपर्स बंटने के चलते हुई गड़बड़ी की शिकायत की थी और परीक्षा रद्द कर SIT जांच की मांग की गई थी।
20 हजार स्टूडेंट्स ने की है शिकायत
देशभर में NEET UG 2024 को लेकर अलग-अलग राज्यों में लगभग 20 हजार स्टूडेंट्स ने याचिकाएं दायर की थीं, जिसमें परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत की गई हैं।
क्या है NEET UG परीक्षा
NEET UG यानी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट, अंडरग्रेजुएट एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है। NEET परीक्षा मेडिकल और डेंटल कोर्सेज में एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है जो स्टूडेंट्स की गिनती के लिहाज से देश की सबसे बड़ी परीक्षा है।इसके जरिए भारत और रूस, यूक्रेन समेत कुछ अन्य देशों में MBBS, BDS और अन्य मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन मिलता है। NEET UG को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA द्वारा आयोजित किया जाता है।
यहां से हुई विवाद की शुरुआत
नीट यूजी का आयोजन 5 मई 2024 को देश भर में 4,750 केंद्रों पर किया गया था। इसमें 23 लाख से अधिक बच्चे शामिल हुए थे। इसके बाद रिजल्ट 14 जून को आना था। वहीं यह 4 जून को ही जारी कर दिया गया। इसमें 67 स्टूडेंट को 720 में से 720 अंक मिले। दो स्टूडेंट्स को 718 और 719 अंक मिले। इस पर जब हंगामा मचा तो एनटीए ने बताया कि 6 परीक्षा केंद्रों के 1563 स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं, क्योंकि वहा परीक्षा देरी से शुरू हुई थी। स्टूडेंट्स को परीक्षा देने के लिए निर्धारित समय से कम वक्त मिला था।