राजनांदगांव। जिले सहित प्रदेश भर के कोटवारों को विगत 5-6 महीने से मानदेय नहीं मिलने के समाचार हैं। ज्ञातव्य है कि कुछ सप्ताह पहले कलेक्टोरेट के सामने हाईवे के फ्लाई ओवर के नीचे कोटवार आंदोलन के लिये इकट्ठे होने लगे थे, लेकिन अचानक आंदोलन स्थागित होने की सूचना पाकर तथा अपने नेतृत्व कर्ताओं को अनुपस्थित पाकर वे घर लौट गये थे। बताया गया था कि भूमिहीन कोटवारों को 4500रू. व भूमिस्वामी कोटवारों को 1100-1500 इस तरह मासिक पगार मिलती है। जिले के डोंगरगांव तहसील के ग्राम सोनेसरार के कोटवार विजय देशलहरे ने बताया कि उनकी तहसील में 111 कोटवार हैं और पूरे प्रदेश में करीब 16 हजार कोटवार हैं जिन्हें मानदेय 5-6 माह से नहीं मिले हैं। किराना दुकानदारों, सब्जी बेचने वालों सहित कई जगह उधार ले लेकर काम चलाते कोटवारों को अब उधार भी मिलना मुश्किल हो रहा है। खराब आर्थिक स्थिति से जूझ रहे कोटवारों में जो भूमिहीन हैं उन्हें तो और ज्यादा तकलीफ हो रही है। कुछ हफ्ते पहले जिले के सिंगारपुर कोटवार रोहितदास मानिकपुरी, कोकपुर कोटवार धु्रव कुमार, पतोरा कोटवारा मिलाप शेंडे, जंगलपुर कोटवार शारदा बाई आदि ने भी कोटवारों को पांच-छः माह की पगार नहीं मिले होने की बात बताई थी। अब तो इन्हें काम करने थाने, कचहरी आदि जाने के लिये बस किराये के जुगाड़ के लिये सोचना पड़ रहा है।
जिले के कोटवारों के मानदेय की राशि आज ही यहां पहुंची है। उनके खातों में मानदेय की राशि एक हफ्ते में पहुंच जायेगी।
सरस्वती बंजारे
डिप्टी कलेक्टर