चैलचौक। मंडी जिला के नाचन क्षेत्र की पंचायत काशन के गांव झड़ोंन में शुक्रवार रात पहाड़ी धंसने से मलबे की चपेट में आया मकान जमींदोज हो गया। इस दर्दनाक हादसे में मकान के अंदर सोए पंचायत प्रधान खेम सिंह सहित उनके परिवार के 8 लोगों की मलबे में दबकर मौत हो गई। इस घटना से समूचे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। जानकारी के अनुसार देर रात करीब 2 बजे प्रधान खेम सिंह के चाचा रमेश को जोर का धमाका सुनाई दिया। जब वे बाहर निकले तो उन्हें घटना का पता चला।
मलबे की चपेट में आकर पूरा मकान जमींदोज हो चुका था। रमेश ने ग्रामीणों को सूचित किया। गांव वालों ने पुलिस और प्रशासन को घटना की सूचना दी। हादसे के समय प्रधान का छोटा भाई कुल्लू को सेब सीजन के लिए गया था, जबकि माता-पिता भेड़-़ बकरियों के साथ पहाड़ की ओर पुराने घर गए हुए थे। प्रधान के ससुर हादसे के दिन ही बेटी के घर आए थे, जोकि हादसे में मौत का शिकार हो गए। एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि घटना को लेकर मामला दर्ज कर लिया है।
गऊशाला ढहने से महिला की मलबे में दबकर मौत
वहीं हनोणी के डूंगर गांव में भूस्खलन से एक मकान मलबे की चपेट में आया गया। लंबाथाच के समीप केऊली गांव में गऊशाला ढहने से एक महिला की मलबे में दबकर मौत हो गई। चैल-जंजैहली सड़क जगह जगह स्लाइडिंग से बंद पड़ी है। लंबाथाच-शैटाधार सड़क चाकूधार के समीप पहाड़ी दरक जाने से पूरी तरह बंद है। मूसलाधार बारिश के कारण देर रात थुनाग बाजार में दुकानों के भीतर मलबा घुस गया है।