नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सरकार पर बड़ा हमला बोला है। कौशिक ने कहा, छत्तीसगढ़ सरकार भी श्रीलंका की राह पर है। 2021 में श्रीलंका पर विदेशी कर्ज 3500 करोड़ डॉलर था। 2022 में वह बढ़कर 5100 करोड़ डॉलर हो गया है। वह किश्तें तक चुकाने में नाकाम है। छत्तीसगढ़ की सरकार भी इतने ही दिनों में 5100 करोड़ रुपए का कर्ज ले चुकी है।
कौशिक ने कहा, प्रदेश की आय बढ़ाने को लेकर कोई काम नहीं किये जा रहे। जमीन पर विकास के काम ठप्प पड़े हैं। लोगों को बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। सरकार लगातार कर्ज ले रही है। कौशिक का कहना था, कांग्रेस सरकार आज जो कर्ज ले रही है उससे प्रदेश का कोई उत्पादन नहीं बढ़ेगा। यह सरकार जारी रही तो छत्तीसगढ़ को कर्ज में डूबने से कोई नहीं बचा पाएगा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा, सरकार हर जगह छत्तीसगढ़ मॉडल की बात कर रही है। असम में इस मॉडल की बात हुई, चुनाव हार गए। उत्तर प्रदेश में इस मॉडल का लागू करने का वादा किया, जनता ने सात से दो सीटों पर समेट दिया। यह मॉडल फेल हो चुका है। लोगों को भी अब इसकी हकीकत समझ में आने लगी है।
चिंतन शिविर को बताया चिंता शिविर
कौशिक ने उदयपुर में चल रहे कांग्रेस के चिंतन शिविर को चिंता शिविर बताया। उन्होंने कहा, पूरे देश से कांग्रेस पार्टी खत्म हो रही है। उनकी चिंता अस्तित्व बचाने की है। सभी जगह कांग्रेस की स्थिति खराब है। ऐसे में वे अस्तित्व बचाने की चिंता कर रहे हैं।
शिक्षा व्यवस्था पर भी उठाए सवाल
नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, यहां शिक्षा का ढांचा लगातार खराब होता जा रहा है। शिक्षक नशे में धुत्त होकर स्कूल पहुंच रहे हैं। स्वामी आत्मानंद स्कूलों का प्रचार हो रहा है। वहां स्कूलों की इमारत नहीं बन पाई। शिक्षकों की नियुक्ति तक पूरी नहीं है। कैसे शिक्षा व्यवस्था पटरी पर आएगी।