जंगल का राजा यूं तो बाघ को ही कहा जाता है और वह अपनी बादशाहत में किसी की दखलअंदाजी पसंद नहीं करता. इसी तरह का कुछ नजारा बांधवगढ़ के पतौर कोर रेंज में देखने को मिला जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
दो बाघिनों के बीच की लड़ाई में आ गया तेंदुआ
बांधवगढ़ में दो बाघिनों के बीच की लड़ाई के दरमियान एक तेंदुआ आ गया जिसे देखते ही गुस्से में एक बाघिन तेंदुए के पीछे हाथ धोकर पड़ गई. तेंदुआ ने ये देखा तो जान बचाकर भागा लेकिन बाघिन भी बीच में दखल देने से गुस्सा हो गई थी और दूसरी बाघिन को छोड़कर तेंदुए के पीछे पढ़ गई.
पेड़ पर 12 घंटे तक चढ़ा रहा तेंदुआ
जान पर आफत देख तेंदुआ पेड़ पर चढ़ गया. बाघिन की आंखों में अपना काल देख अपनी जान बचाने के लिये वह सुबह सात बजे से लगातार सात घंटे तक पेड़ पर ही चढ़ा रहा. वह पेड़ पर ही इधर से उधर घूमता रहा लेकिन नीचे नहीं उतरा.
आखिरकार जैसे ही बाघिन पेड़ के नीचे से थोड़ा हटी तो मौका पाकर तेंदुआ दुम दबाकर ऐसा भागा कि किसी को नजर तक नहीं आया.
घायल बाघिन को ज्यादा चोटें नहीं लगीं
यह पूरा घटनाक्रम वन अमले के सामने घटा, जब वे लोग गश्त के लिए निकले थे. गनीमत रही कि लड़ाई में घायल दूसरी मादा बाघिन को ज्यादा चोटें नहीं आई.