LIC की यह योजना इमीडिएट एन्युटी प्लान है. मतलब ये है कि पॉलिसी लेते ही पेंशन की शुरुआत हो जाएगी. पेंशनधार के पास विकल्प होता है कि वो पेंशन हर महीने लेगा, तिमाही लेगा, छमाही लेगा या साल भर में एक बार लेगा.
LIC News Pension Scheme: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) सरल पेंशन योजना (Saral Pension) की शुरुआत की है. यह एक नॉन-लिंक्ड सिंगल प्रीमियम स्कीम है. इस योजना के तहत पॉलिसीधारक को सिर्फ एक बार प्रीमियम जमा करना होता है. इसके बाद पूरी जिंदगी पॉलिसीधारक को पेंशन मिलती रहती है.
यह इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI के दिशानिर्देशों के मुताबिक Immediate Annuity plan है. LIC ने इस पॉलिसी के बारे में बताया है कि इस योजना में सभी जीवन बीमाकर्ताओं के लिए समान नियम और शर्तें हैं. LIC की इस स्कीम के तहत पॉलिसीधारक दो उपलब्ध विकल्पों में से कोई एक एन्युटी चुन सकता है. इस स्कीम में पॉलिसी शुरू होने की तारीख से 6 महीने के बाद लोन भी मिल सकता है.
सरल पेंशन योजना का पहला विकल्प
एलआईसी सरल पेंशन योजना को लेने के दो विकल्प हैं. पहला, Life Annuity With 100 return of purchase price. यह पेंशन सिंगल लाइफ के लिए है, यानी कि पति या पत्नी में से किसी एक से ही पेंशन जुड़ा होगा, जबतक पेंशनधारी जिंदा रहेंगे उन्हें पेंशन मिलती रहेगी. उनकी मृत्यु के बाद पॉलिसी लेने के लिए दिए गए बेस प्रीमियम को उनके नॉमिनी को वापस कर दिया जाएगा.
सरल पेंशन योजना का दूसरा विकल्प
दूसरा विकल्प Joint Life के लिए दिया जाता है. इसमें पेंशन पति-पत्नी दोनों से लिंक्ड होती है. इसमें पति या पत्नी, जो भी आखिर तक जीवित रहते हैं, उन्हें पेंशन मिलती रहती है. जितनी पेंशन किसी एक व्यक्ति को जिंदा रहते मिलेगी, उतनी ही पेंशन राशि किसी एक की मृत्यु के बाद दूसरे जीवनसाथी को जीवनभर मिलती रहती है. जब दूसरा पेंशनधारी भी दुनिया छोड़कर चला जाता है तो नॉमिनी को वह बेस प्राइस दे दी जाती है जो पॉलिसी लेते वक्त चुकाई गई थी.
ये Immediate Annuity plan है
LIC की यह योजना इमीडिएट एन्युटी प्लान है. मतलब ये है कि पॉलिसी लेते ही पेंशन की शुरुआत हो जाएगी. पेंशनधार के पास विकल्प होता है कि वो पेंशन हर महीने लेगा, तिमाही लेगा, छमाही लेगा या साल भर में एक बार लेगा. जिस भी विकल्प का चुनाव किया जाएगा, उसी तरह से पेंशन की शुरुआत हो जाएगी.
ये Immediate Annuity plan है
LIC की यह योजना इमीडिएट एन्युटी प्लान है. मतलब ये है कि पॉलिसी लेते ही पेंशन की शुरुआत हो जाएगी. पेंशनधार के पास विकल्प होता है कि वो पेंशन हर महीने लेगा, तिमाही लेगा, छमाही लेगा या साल भर में एक बार लेगा. जिस भी विकल्प का चुनाव किया जाएगा, उसी तरह से पेंशन की शुरुआत हो जाएगी.