प्रभु श्रीराम के जीवन का अनुसरण करना चाहिएः कुलबीर

 ग्राम ठाकुरटोला में आयोजित दो दिवसीय मानस महोत्सव संपन्न

राजनांदगांव। बाल समाज, राम रस, सुर सिंगार मानस परिवार एवं ग्रामवासियों द्वारा राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र के ग्राम ठाकुरटोला सोमनी में मर्यादा पुरूषोतम रघुवंश मणि श्रीरामचंद्र की कृपा से 10 व 11 फरवरी को दो दिवसीय मानस महोत्सव का आयोजन किया गया। इस मानस सम्मेलन का श्रवण करने शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा पहंुचे।
रविवार 11 फरवरी को मानस सम्मेलन में पहंुचे कांग्रेस जिलाध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा ने सर्वप्रथम मर्यादा पुरूषोतम श्रीरामचंद्र जी व रामदरबार के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर क्षेत्रवासियों की खुशहाली की कामना करते हुए पूजा अर्चना की। श्री छाबड़ा ने राम नाम का रसपान कराने आएं मानस मंडलियों व श्रोतासमाज व आयोजन समिति को बधाई देते हुए कहा कि मर्यादा पुरूषोतम श्रीरामचंद्र जी का संपूर्ण जीवन सत्य, प्रेम, त्याग, तपस्या और समर्पण से ओतप्रोत है। मर्यादा पुरूषोतम श्रीराम के जीवन का अनुसरण करना चाहिए क्योंकि रामचरित मानस के सभी पात्र अपने आप में अनुकरणीय है जिसमें भक्ति और शक्ति समाहित है। प्रभु श्रीरामचंद्र जी हमें असत्य पर सत्य की राह और अर्धम पर धर्म की जीत पर चलने की सीख देता है।
श्री छाबड़ा ने मानस प्रेमी जनता को संबोधित करते हुए कहा कि ठाकुरटोला की इस पवित्र भूमि पर भगवान सीताराम जी कृपा से रामचरित मानस का आयोजन हो रहा है और मुझे इस पावन धरा पर आने का मौका मिला है इसके लिए मैं आयोजन समिति के सभी पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करता हूं। मेरी हार्दिक इच्छा यही है कि इस तरह के धार्मिक आयोजन होता रहे जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी भी आधुनिकता के दौर में संस्कारवान हो ऐसी भावनाओं के साथ ऐसे आयोजन हो यही मेरी कामना है।
मानस महोत्सव में अचंल के ख्याति प्राप्त मंडलियों द्वारा अपनी विभिन्न प्रस्तुतियों व सुमधुर गीत-संगीत से श्रोतागणों को आनंदित करते रहे। इस दौरान शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा द्वारा मंडलियों को श्रीफल से सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से किसान कांग्रेस महामंत्री योगेन्द्र दास वैष्णव, पार्षद मनीष साहू, आयोजन समिति के अध्यक्ष टहलदास निर्मलकर, सोनू साहू, तामेश्वर साहू, मकसूदन साहू, झन्नूलाल साहू, तुकाराम निषाद, बिसहत साहू, कन्हैयालाल साहू, लक्ष्मण श्रीवास, हरिलाल साहू, दुलार साहू, रामखिलावन निषाद, शेखर याद, दीनदयाल साहू, अकबर खान, धनसाय साहू सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे।

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