आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा चल रही है. लेकिन रिजर्व बैंक के ऐलान से पहले ही बैंकों ने कर्ज को महंगा (Interest Rate Hike) करना शुरू कर दिया है. यानी अब आप पर EMI का बोझ भी बढ़ जाएगा.
गौरतलब है कि मई महीने में आरबीआई की आपात बैठक (RBI MPC Meeting) में रेपो रेट बढ़ाए (Repo Rate Hike) जाने के ऐलान के बाद एक के बाद सभी बैंकों ने ब्याज दरें बढ़ा दीं. इस समय रिजर्व बैंक की 3 दिवसीय बैठक चल रही है. बताया जा रहा है कि इस बैठक के बाद रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ाने का ऐलान कर सकता है. इस अंदेशा में कई बैंक पहले ही ब्याज दरें और बढ़ाने लग गए हैं.
इन बैंकों ने बढ़ाया इंटरेस्ट रेट
अभी 3 बैंकों ने कर्ज पर ब्याज दरें बढ़ाई हैं. इनके केनरा बैंक (Canara Bank), एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) और करुर वैश्य बैंक (Karur vysya Bank) हैं. केनरा बैंक की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, नई ब्याज दरें (Canara Bank New Interest Rate) 7 जून से प्रभावी हैं. इसके अलावा, केनरा बैंक ने मार्जिन कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) में भी 0.05 फीसदी की बढ़ोतरी की है.
करुर वैश्य बैंक ने बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट्स (BPLR) को 0.40 फीसदी बढ़ाया है, जबकि HDFC ने भी अपने MCLR में 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी की है.
कितना बढ़ा कर्ज
केनरा बैंक की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, बैंक ने एक साल के कर्ज के लिए MCLR को 0.05 फीसदी बढ़ाकर 7.40 फीसदी, 6 महीने के लिए इस रेट को 7.30 फीसदी से बढ़ाकर 7.35 फीसदी कर दिया गया है. दूसरी तरफ निजी क्षेत्र के करुर वैश्य बैंक ने BPLR को 0.40 फीसदी बढ़ाकर 13.75 फीसदी और बेसिस प्वाइंट को 0.40 फीसदी बढ़ाकर 8.75 फीसदी कर दिया है.
एचडीएफसी ने भी बढ़ाया MCLR
निजी क्षेत्र के बड़े बैंक एचडीएफसी ने लोन के लिए अपने MCLR को 7.15 फीसदी से बढ़ाकर 7.50 फीसदी कर दिया. इसके तहत एक महीने के कर्ज की ब्याज दर को 7.20 फीसदी से बढ़कर 7.55 फीसदी कर दिया. इस बढ़ोतरी के बाद 3 महीने के कर्ज के लिए 7.60 फीसदी और 6 महीने के कर्ज के लिए MCLR 7.70 फीसदी कर दिया गया है. जबकि एक साल के लिए 7.85 फीसदी के रेट से लों मिलेगा. वहीं, दो साल के लिए 7.95 फीसदी और तीन साल के 8.05 फीसदी के रेट से ब्याज देना होगा.
बढ़ाया जा सकता है रेपो रेट
सोमवार से रिजर्व बैंक की 3 दिवसीय मौद्रिक समीक्षा चल रही है. इस बैठक पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं. ये आशंका जताई जा रही हैं कि आरबीआई की इस बैठक में रेपो रेट (Repo Rate) में 35 से 40 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर सकता है.