पटना। बिहार में तेजी से बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बीच लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव के आसार नजर आ रहे हैं. जानकारों की माने तो इंडिया गठबंधन में बेहतर उम्मीद न देखते हुए एनडीए में वापसी की तैयारी कर रहे जेडीयू के लिए बीजेपी ने विधानसभा चुनाव कराने की शर्त रख दी है.
जानकारों की मानें तो प्रधानमंत्री बनने की महत्वकांक्षा पाले जेडीयू के प्रमुख नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन में पर्याप्त तवज्जों नहीं मिलने के बाद एक बार फिर एनडीए में शामिल होने के लिए तैयार हैं. इसके लिए उनके विधायकों और सांसदों का भी दबाव है. ऐसे में केंद्र सरकार के बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का ऐलान कर नीतीश कुमार की उलझन और बढ़ा दी.
इसका नजारा पटना में आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में में देखने को मिला, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कर्पुरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देने के साथ परिवारवाद पर अपरोक्ष तौर पर लालू परिवार को घेर दिया था. इसकी गूंज आज लालू यादव की बेटी रोहिणी यादव के ट्वीट में सुनाई दी.
इस घटनाक्रम के पहले भी बिहार मंत्रिमंडल से राजद कोटे से मंत्री बनाए गए चंद्रशेखर को हटाए जाने और फिर लालू यादव और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से घंटों तक चली मुलाकात ने बिहार में बनते-बिगड़ते सियासी समीकरणों को सामने ला दिया था. अब लग रहा है कि गंगा से काफी पानी बह चुकी है.
लिहाजा, एक बार फिर नीतीश कुमार एनडीए के पाले में जाने को तैयार नजर आ रहे हैं. इस कड़ी में गृह मंत्री अमित शाह की नीतीश कुमार से घंटों बातचीत के बाद बिहार के भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी को आला कमान ने चर्चा के लिए दिल्ली बुलाया है. कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले चंद दिनों में बिहार की राजनीति में फिर से बड़े राजनीतिक उलट-फेर हो सकते हैं.