Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. शिवसेना के विधायक एक-एक करके उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ते जा रहे हैं. शिवसेना के ये बागी गुवाहाटी में एकनाथ शिंदे के साथ जुड़ते जा रहे हैं. शिंदे ने दावा किया है कि शिवसेना के 38 विधायक उनके साथ हैं. उन्होंने ये भी दावा किया है कि कई निर्दलीय और अन्य दलों के भी विधायकों उनके साथ है. शिंदे के मुताबिक, उनके पास 46 विधायकों का समर्थन है.
शिंदे के बगावती तेवर अपनाने से महाराष्ट्र में पैदा हुए राजनीतिक संकट के बाद बैठकों का दौर चल रहा है. आज गुरुवार को महाविकास अघाडी के तीनों दलों के नेताओं की बैठक होगी.
सूत्रों के मुताबिक, आज शाम तक वे एमवीए की ओर से विधानसभा भंग करने पर फैसला लेंगे. यदि एमवीए अपना दावा वापस लेने का फैसला करता है तो प्रोटोकॉल के अनुसार राज्यपाल अगली सबसे बड़ी पार्टी को बुला सकता हैं, जो यहां बीजेपी होगी, क्योंकि उसके पास फिलहाल 106 विधायक हैं. एक ओर जहां गठबंधन की बैठक होगी तो वहीं एकनाथ शिंदे गुवाहाटी में पार्टी के बागी विधायकों के साथ मीटिंग करेंगे. इस बैठक में समर्थन वापसी का फैसला लिया जा सकता है.
शिंदे को 17 सांसदों का समर्थन
सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना विधायकों के बाद शिवसेना के सांसदों का समर्थन भी एकनाथ शिंदे को मिल रहा है. वासिम की सांसद भावना गावित, पालघर सांसद राजेंद्र गावित, ठाणे सांसद राजन विचारे, कल्याण सांसद श्रीकांत शिंदे, और रामटेक सांसद कृपाल तुमाने ने अपना समर्थन एकनाथ शिंदे को दिया है. सांसद राजन विचारे तो 3 दिन से गुवाहाटी में ही मौजूद हैं. माना जा रहा है कि ये आंकड़ा 17 सांसदों तक जा सकता है.
बता दें कि एमवीए के प्रमुख शिवसेना के पास 55 विधायक हैं, उसके बाद सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) 53 और कांग्रेस 44 में 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में है.