मुंबई: महाराष्ट्र के 106 नगरपंचायतों, 2 जिला परिषदों और 15 पंचायत समितियों के चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के खाते में सबसे अधिक सीटें आती हुईं दिख रही हैं। कुल 1802 सीटों के लिए हुए चुनाव में एनसीपी के खाते में 379 और बीजेपी ने 359 सीटों पर जीत दर्ज की है। जबकि सत्तारूढ़ शिवसेना और कांग्रेस ने क्रमश: 297 और 281 सीटों पर जीत दर्ज की है। वोटों के गिनती के साथ सामने आ रहे परिणामों में विपक्षी पार्टी बीजेपी दूसरे स्थान पर है। 92 निकायों में से 20 पर बीजेपी का कब्जा है। इन सीटों पर दोपहर 1 बजे तक पूरे परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। इनमें से एनसीपी को 24 सीटें मिलीं, जबकि शिवसेना और कांग्रेस ने 18 और 14 नगर पंचायतों पर कब्जा जमाया।
राज्य चुनाव आयोग ने ओबीसी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद 106 नगर पंचायतों, दो जिला परिषदों, 15 पंचायत समितियों में दो चरणों में 1802 सीटों के लिए 21 दिसंबर और 18 जनवरी को मतदान कराया। अनुसूचित जाति के 15 दिसंबर को ओबीसी के लिए आरक्षित सीटों को डी-रिजर्व करने के फैसले के बाद सामान्य श्रेणी में डी-रिजर्व सीटों के लिए 93 नगर पंचायतों में 336 सीटों के लिए मतदान हुआ था। राज्य के विभिन्न जिलों में बुधवार सुबह वोटों की गिनती शुरू हुई। शुरुआती रुझानों के मुताबिक एनसीपी सीटों की कुल संख्या के मामले में सबसे आगे निकल गई है। बीजेपी सत्ताधारी पार्टी से कुछ ही सीट पीछे चल रही थी। स्थानीय निकाय के लिए सामने आए शुरुआती रुझानों में बीजेपी एनसीपी से आगे चल रही थी।
राज्य के पूर्व मंत्री और बीजेपी का ओबीसी चेहरा चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि यह चुनाव तीन सत्तारूढ दल (राकांपा, शिवसेना और कांग्रेस) बनान हमारे बीच था। इसके बावजूद हमने 20 पंचायतों में जीत हासिल की है। उन्होंने कहा कि सत्तारुढ़ दल सभी मोर्चों पर विफल रहे हैं और यह महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर के संकेत हैं। समाज का कोई भी वर्ग ठाकरे सरकार से खुश नहीं है। सरकार की अक्षमता के कारण ओबीसी आरक्षण को समाप्त कर दिया गया है। आज के परिणाम मतदाताओं में निराशा के संकेत हैं।