रायपुर। MP बृजमोहन अग्रवाल ने X पोस्ट कर कहा, “सत्य, अहिंसा और तप का संदेश देने वाले तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के जन्मकल्याणक महोत्सव पर जैन दादाबाड़ी में हुए विशेष आयोजन में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।”
इस पावन अवसर पर आदिनाथ दिगंबर जैन महिला मंडल द्वारा प्रस्तुत ‘वर्धमान से महावीर तक’ नृत्य नाटिका ने सभी श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। 50 से अधिक बच्चों ने भगवान महावीर के जीवन की गाथा को अत्यंत जीवंत और भावपूर्ण अभिनय के माध्यम से मंच पर साकार किया।
वज्जि गणराज्य के राजा सिद्धार्थ और रानी त्रिशला के पुत्र वर्धमान का जीवन साहस, त्याग और तप का प्रतीक है। राज वैभव छोड़कर आत्मकल्याण की राह पर निकलना और 12 वर्षों की तपस्या के बाद कैवल्य ज्ञान की प्राप्ति—यह सब हमें बताता है कि सच्चा सुख आत्म संयम और आत्मज्ञान में निहित है।