Mallikarjun Kharge: 18वीं लोकसभा के गठन के बाद संसद का पहला सत्र चल रहा है। आज छठा दिन है। छठे दिन विपक्षी सांसदों ने RSS, NEET Paper Leak समेत ED-CBI का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा किया। राज्यसभा (Rajya Sabha) में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। दोपहर 1 बजे लंच टाइम होने के बाद राज्य़सभा सभापति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar ) ने मल्लिकार्जुन खड़गे को टोकते हुए लंच ब्रेक रद्द करने की जानकारी देते हुए कहा कि-देखिए आपका फ्लो नहीं तोड़ा है। इस पर खड़गे ने कहा कि साहब आप कभी दिल ही निकाल लेते हैं तो कभी भेजा निकाल लेते हैं।
इससे पहले RSS पर राज्यसभा में हंगामा हो गया। खरगे ने कहा कि आरएसएस की विचारधारा देश के लिए खतरनाक है। खरगे के इस बयान पर सभापति ने आपत्ति जताई है। उन्होंने देश में RSS का योगदान है। खरगे के बयान को रिकॉर्ड से हटा दिया।
शिक्षण संस्थाओं पर संघ ने कब्जा कर लिया हैः खड़गे
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि शिक्षण संस्थाओं पर संघ और बीजेपी के लोगों ने कब्जा कर लिया है। इस पर आपत्ति जताते हुए सभापति धनखड़ ने कहा कि आपके इस बयान को एक्सपंज करता हूं और इसका कारण भी बताता हूं। सभापति ने कहा कि क्या किसी संस्था का सदस्य होना अपराध है? अगर कोई संघ का सदस्य है तो वह कोई अपराध है क्या। दुनिया में सबसे ज्यादा उनमें योग्यता देख सकते हैं आप। नथिंग विल गो ऑन रिकॉर्ड. खड़गे ने कहा कि ये मनुवादी है। ये खतरनाक है. इस पर सभापति ने कहा- नथिंग विल गो ऑन रिकॉर्ड
संघ समाज को खत्म करने में लगा है
खड़गे ने सांख्यिकी मंत्रालय के आंकड़े का हवाला देते हुए कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किसने किया था? उन्होंने एमएसपी को लेकर कानून बनाने की मांग करते हुए कहा कि आप बनाइए, विपक्षी दल इस मुद्दे पर सरकार के साथ हैं। उन्होंने मणिपुर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इंडिया ब्लॉक के सांसद मणिपुर गए। सरकार उनके अनुभव सुन सकती थी, लेकिन सरकार अभिभाषण में लगी रही। खड़गे ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के मणिपुर पर बयान का जिक्र करते हुए कहा कि पहली बार संघ किसी विषय पर सच बोल रहा है। मेरी आप नहीं सुनते, उनकी तो सुन लीजिए. इस पर धनखड़ ने उन्हें टोका। सभापति ने कहा कि कुछ भी रिकॉर्ड में नहीं जाएगा। धनखड़ ने गोवलकर से देवरस तक संघ प्रमुखों के नाम गिनाए और कहा कि इनके नाम इसीलिए याद हैं क्योंकि ये समाज को खत्म करने में लगे हुए हैं।
उठाया पेपर लीक का मुद्दा
खड़गे ने कहा कि आपने हमारी कई सरकारों को तोड़ा। आपने इंडिया गठबंधन के दो मुख्यमंत्रियों को जेल में डाला। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बेल देकर हाईकोर्ट ने कहा कि प्राइमाफेशिया सबूत नहीं है। दिल्ली के मुख्यमंत्री छूटकर आए, आपने फिर से डाला। आपके पास कई तरीके हैं सताने के आप हमारी 10 साल की सरकार को गाली देते थे। मोदी साहब कहते थे खिचड़ी सरकार हैय़ देश की छवि खराब हुई। कहते थे मिलीजुली सरकारों ने 30 साल खराब किए। अब जनता ने आपको गठबंधन की सरकार पर ला दिया है।अब एनडीए की सरकार बोल रहे हो, बीजेपी की सरकार भी नहीं बोलते थे। कहते थे ये मोदी की सरकार. पीएम ने ढेरों सभाओं में कहा- 10 साल तो बस ट्रेलर था, असली पिक्चर बाकी है। पिछले एक महीने में इसका अंदाजा लगा है। नीट पेपर लीक से लेकर रद्द परीक्षाओं, राम मंदिर लीक, बिहार में पांच पुल टूटने, ट्रेन हादसों का जिक्र किया और विपक्ष के नेता ने कहा कि 20 लाख बच्चों का भविष्य बर्बाद हो गए। सात साल में 70 पेपर लीक हुए और दो करोड़ नौजवानों का भविष्य बर्बाद हुआ है। आप दुरुस्त करो, आपको कौन रोका है।
बेरोजगारी और महंगाई भी दिखाया आईना
मल्लिकार्जुन खड़गे ने भर्तियों का मुद्दा उठाया। इस पर सभापति धनखड़ ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को जवाब देने के लिए कहा। अश्विनी वैष्णव ने नौकरियों के आंकड़े बताए. खड़गे ने महंगाई का मुद्दा उठाया और 2014 के चुनाव में बीजेपी का चुनावी नारा याद दिलाया- घटेगी महंगाई, बढ़ेगी कमाई। उन्होंने सरकार को काम करने की नसीहत दी और महात्मा गांधी का एक वक्तव्य कोट किया।
बीजेपी सरकार में नारा बना, चंदा दो, धंधा लो
राज्यसभा में मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए खरगे ने कहा कि बीजेपी सरकार में नारा बना, चंदा दो, धंधा लो। चुनाव के दौरान इनकम टैक्स का नोटिस भेजा गया। कांग्रेस के खाते फ्रीज कर दिए गए. सीबीआई, आईटी, ईडी का दुरुपयोग किया गया. सेंट्रल एजेंसियों का उपयोग पैसे वसुलने के लिए हुआ है।
पीएम ने कुछ का विकास किया, गरीबों का सत्यानाश किया
राज्यसभा में खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ का विकास किया और गरीबों का सत्यानाश किया। वो 14 देश गए लकिन मणिपुर नहीं गए। खरगे ने कहा कि हमको घमंडी कहने वालों की घमंड टूट गया. उन्होंने कहा कि विपक्ष जनता की बात करता है।