पश्चिम बंगाल सरकार ने आरजी कर अस्पताल मामले में जारी गतिरोध को दूर करने के लिए एक बार फिर प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों को मीटिंग के लिए बुलाया है. यह मीटिंग शाम 5 बजे यहां CM ममता बनर्जी के आवास पर बुलाई गई है.
मुख्य सचिव मनोज पंत ने मेल भेजकर जूनियर डॉक्टरों को बैठक के लिए आमंत्रित किया है. इस मेल में लिखा है कि यह पांचवीं और आखिरी बार है जब हम आपको बैठक के लिए बुला रहे हैं. हमारी पहले से चल रही बातचीत को जारी रखने के लिए एक बार फिर हम आपको आमंत्रित कर रहे हैं. CM के कालीघाट आवास पर आइए, खुले दिमाग से बातचीत होगी. इस बीच, प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों का राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय स्वास्थ्य भवन के बाहर आठवें दिन भी धरना जारी . लगातार 36वें दिन डॉक्टरों ने काम बंद रखा.
चीफ सेक्रेट्री ने मेल में लिखा है कि इस मीटिंग की न तो वीडियोग्राफी होगी और न ही इसकी लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी. ईमेल में आगे लिखा है कि हमें भरोसा है कि हमारी आपसी सहमति और परसों मीडिया को दिए आपके बयान के मुताबिक बैठक की कोई लाइव स्ट्रीमिंग या वीडियोग्राफी नहीं होगी. चूंकि मामला देश की सर्वोच्च अदालत में विचाराधीन है, इसलिए ऐसा करना ठीक नहीं होगा. मीटिंग मिनट्स तैयार किए जाएंगे और इस पर दोनों पक्ष दस्तखत करेंगे. चीफ सेक्रेट्री ने मीटिंग की टाइमिंग और जगह भी बताई है. यह बैठक CM के कालीघाट स्थित आवास पर शाम 5 बजे होगी. इसमें यह भी कहा गया है कि पिछली बार जो डेलीगेशन चर्चा के लिए आया था, वही डेलीगेशन इस बार भी आएगा. आप लोग से गुजारिश है कि आज शाम 4 बजकर 45 मिनट पर तय स्थान पर पहुंच जाएं.
CM ममता बनर्जी शनिवार को अचानक कनिष्ठ चिकित्सकों के धरनास्थल पर पहुंची थीं. उन्होंने डॉक्टरों की मांगों पर गौर करने और दोषी पाए जाने वाले हर व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया था. लेकिन गतिरोध को दूर करने के लिए प्रस्तावित वार्ता विफल होने के बाद प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि मुख्यमंत्री के आवास पर 3 घंटे तक इंतजार करने के बाद प्रदर्शनकारियों को यह कहते हुए CM आवास से जाने के लिए कहा गया कि अब काफी देर हो गयी है.
सोमवार को भी जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल जारी रही. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे आरजी कर अस्पताल में बलात्कार एवं हत्या की घटना की पीड़िता को न्याय दिलाने के अपने संकल्प पर कायम रहेंगे. स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय के बाहर चिकित्सकों का धरना प्रदर्शन आठवें दिन और उनकी हड़ताल 36वें दिन भी जारी है. उन्होंने कोलकाता पुलिस आयुक्त को हटाने तथा राज्य के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों से मुलाकात करने की अपनी मांगों को पूरा किए जाने तक प्रदर्शन जारी रखने का संकल्प लिया है. हम अपनी मांगें पूरी किए जाने तक हड़ताल जारी रखेंगे. राज्य सरकार इस संकट को हल करने को लेकर गंभीर नहीं है.