प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज मन की बात (Mann Ki Baat) कार्यक्रम को संबोधित किया. मन की बात का आज 98वां संस्करण था. पीएम मोदी ने कहा कि ‘मन की बात’ के इस 98वें एपिसोड में आप सभी के साथ जुड़कर मुझे बहुत खुशी हो रही है. सेंचुरी की तरफ बढ़ते इस सफर में, ‘मन की बात’ को, आप सभी ने, जनभागीदारी की अभिव्यक्ति का, अद्भुत प्लेटफॉर्म बना दिया है. आप, अपने मन की शक्ति तो जानते ही हैं, वैसे ही, समाज की शक्ति से कैसे देश की शक्ति बढ़ती है, ये हमने ‘मन की बात’ के अलग-अलग एपिसोड में देखा है, समझा है, और मैंने अनुभव किया है- स्वीकार भी किया है. कुछ दिन बाद होली है. हमें, हमारे त्यौहार वोकल फॉर लोकल (Vocal for Local) के संकल्प के साथ ही मनाने हैं.
भारतीय खिलौनों का बढ़ा क्रेज
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे वो दिन याद है, जब हमने ‘मन की बात’ में भारत के पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन की बात की थी. तुरंत उस समय देश में एक लहर सी उठ गई भारतीय खेलों के जुड़ने की, इनमें रमने की, इन्हें सीखने की. मन की बात में, जब भारतीय खिलौनों की बात हुई, तो देश के लोगों ने, इसे भी हाथों-हाथ बढ़ावा दे दिया. अब तो भारतीय खिलौनों का इतना क्रेज हो गया है कि विदेशों में भी इनकी डिमांड बहुत बढ़ रही है.
स्टोरी टेलिंग पर कही ये बात
लता मंगेशकर को किया याद
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज इस मौके पर मुझे लता दीदी की याद आना बहुत स्वाभाविक है क्योंकि जब ये प्रतियोगिता प्रारंभ हुई थी, उस दिन लता दीदी ने ट्वीट करके देशवासियों से आग्रह किया था कि वे इस प्रथा में जरूर जुड़ें. लोरी राइटिंग कम्पटीशन में, पहला पुरस्कार, कर्नाटक के चामराजनगर जिले के बी.एम. मंजूनाथ जी ने जीता है.
उस्ताद बिस्मिल्लाह खान पर क्या कहा?
पीएम मोदी ने कहा कि बात बनारस की हो, शहनाई की हो, उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की हो, तो, स्वाभाविक है कि मेरा ध्यान उस तरफ जाएगा ही. कुछ दिन पहले ‘उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार’ दिए गए. ये पुरस्कार म्यूजिक और परफॉर्मिंग आर्ट्स के क्षेत्र में उभर रहे, प्रतिभाशाली कलाकारों को दिए जाते हैं. ये कला और संगीत जगत की लोकप्रियता बढ़ाने के साथ ही इसकी समृद्धि में अपना योगदान दे रहे हैं.