सेहत के लिए हो सकत है खतरनाक
रिपोर्ट के मुताबिक क्लोरीन बेस्ड डिसइंफेक्टेंट्स को वॉटर ट्रीटमेंट और फूड प्रोसेसिंग में इस्तेमाल करने से क्लोरेट एक केमिकल बनता है. क्लोरेट केमिकल से अधिक संपर्क में आने पर कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. यह शरीर के हॉर्मोनल बैलेंस को प्रभावित करता है, इसलिए छोटे बच्चों में थायरॉयड की बीमारी हो सकती है. कोल्ड ड्रिंक्स में क्लोरेट की अधिक मात्रा होने से मतली, उल्टी, दस्त और खून में ऑक्सीजन अब्जॉर्ब करने की क्षमता कम हो सकती है, इसलिए इसका अधिक सेवन गंभीर खतरे पैदा कर सकता है.
ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस की न्यूट्रिशनिस्ट कैरन ग्रेझेट ने कहा कि हमें सोचना चाहिए कि क्या हम उस केमिकल को सॉफ्ट ड्रिंक में पचाना चाहते हैं, जो कीटाणुनाशक और पटाखे बनाने में प्रयोग किया जाता है, भले ही इसकी मात्रा कोल्ड ड्रिंक्स में कम होती हो, लेकिन इससे नुकसान हो सकता है. उधर, कोका कोला कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि उसे ब्रिटेन में किसी भी कंज्यूमर से तबीयत बिगड़ने की कोई शिकायत नहीं मिली है और उन्होंने इस मामले में संबंधित अधिकारियों को सूचित कर दिया है और उनके साथ सहयोग जारी रखेगा. मामले की जांच भी जारी है.
यूके की फूड स्टैंडर्ड्स एजेंसी की ऐनी ग्रेवेट ने कहा कि संस्था कोका कोला के मामले की जांच कर रही है और अगर कोई अनसेफ खाद्य पदार्थ पाया जाता है, तो उसे कोल्ड ड्रिंक्स से बाहर करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी, साथ ही इस बारे में ग्राहकों को सूचित किया जाएगा. हालाँकि, कोका कोला बाजार से बेच नहीं गए ड्रिंक्स को वापस मंगवाने की कोशिश कर रहा है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि अधिक मात्रा में पीने से कई बीमारियां हो सकती हैं.