आज संस्कारधानी में निकलेंगी मन मोहने वाली कई विसर्जन झांकियां

 

9 सितंबर अनंतचौदस को हवन-पूर्णहुति के बाद शुरू होगा गणपति प्रतिमाओं के विसर्जन का क्रम
शहर में भारी भीड़ जुटने के मद्देनजरपुलिस व प्रशासन ने की शांति, सुरक्षा व कानून व्यवस्था बनाये रखने क पुख्ता इंतजाम

राजनांदगांव (दैनिक पहुना)। छत्तीसगढ़ की गणेश उत्सव परंपरा में पहला स्थान सालों क्या दशकों से संस्कारधानी राजनांदगांव का ही रहा है। अपनी अति विशिष्ट पंरपरा के निर्वहन की कड़ी में यहां के बड़ी संख्या में गणेशोत्सव समितियों और मंडलों द्वारा अत्यंत आकर्षक और जीवंत झांकियां निकालने की तैयारी है। 9 सितंबर को हवन पूर्णहुति के बाद गणेशजी के विविध आकारों-प्रकारों की पार्थिव प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला दिन में शुरू होकर रात भर और दूसरे दिन यानी 10 सितंबर तक भी चलता रहेगा। वहीं 9 और 10 सितंबर की रात गणेशोत्सव, मंडलों, समितियों द्वारा पौराणिक कथाओं, देशभक्ति व छत्तीसगढ़ी पर्व संस्कृति पर आधारित विसर्जन झांकियां निकाली जायेगीं। वहीं कुछ बड़ी समितिया,बड़े मंडल ऐसे भी है जिनके द्वारा इस वर्ष विसर्जन झांकियां नहीं निकाले जाने की जानकारी सामने आयी है। शहर के झांकी मार्गों में लाखों की भीड़ जुटने के मद्देनजर पुलिस व सिविल प्रशासन द्वारा शांति,सुरक्षा व कानून व्यवस्था बनाये रखने व्यापक और चुस्त दुरूस्त तैयारियां कर ली गईं हैं।

भीम मंडल – गणेश विवाह
जयस्तंभ चौक के भीम मंडल की झांकी में गणेश विवाह प्रसंग है। 11 फीट गोल आर्च के सामने 7 फुट गणेश प्रतिमा नाचते गाते मूषकों की बारात। राजकेमे के निर्देशन में पेंटिंग एवं मूर्तिकला यादव सजावट हितेश साहू। कुल 40 फीट लंबी झांकी। जीप व टेªक्टर में। सभी मूर्ति में मूवमेंट। गणेश जी की आंख, कान, नांक व गला तक में मूवमेंट।
राम-रावण युद्ध
राज केमे द्वारा एक और झांकी राम, रावण युद्ध प्रसंग पर तैयार की जा रही है। इंद्र प्रदत्त दिव्य रथपर प्रभुश्रीराम व रथ पर सवार रावण में भीषण युद्ध दिखाया गया है। दोनों के रथ व दोनों की सेना में मूवमेंट साथ ही लाइटिंग आकर्षक है।

लखोली नाका- रूद्र अवतार
लखोली नाका से रूद्र के 11वें अवतार के रूप में हनुमान जी की झांकी निकल रही है। दीपक यादव, राजा यादव आदि डबल जीप में 11 फीट गोल आर्च के सामने 9 फीट ऊंची बजरंगबली की प्रतिमा सहित 20 मूर्तियों की झांकी मनोहारी है। युद्ध करते खड़ी मुद्रा में हनुमान जी का दिखाया गया है।

राम दरबार
रामदरबार की झांकी में आशीर्वाद देती मुख्य मूर्तियां सीता राम की हैं। जो विशाल आर्च के सामने बैठे हैं। आर्ज शिवलिंग के रूप में है। सामने हनुमान की उन्हें प्रणाम कर रहे हैं। 2 जीप में सभी 9 मूर्तियां मूवमेंट करते दिखेंगी। प्लेट फार्म पर राम-राम लिखे हैं।

उमंग मंडल हमालपारा – शिव विवाह
यह मंडल 9वें साल झांकी निकाल रहा है। शिव विवाह की यह झांकी डबल जीप में सजी है। मुख्य मूर्ति नंदी पर विराजमान शंकरजी के साथ ही बाराती के रूप में कुल 16 मूर्तियां है। सभी प्रतिमा चलायमान है। 12 फुट का आर्च एलईडी से सुसज्जित है।

श्रीराम मंडल पावर हाऊस – ताड़कासुर वध
कैलाशनगर पावर आऊस रोड़ के इस मंडल की झांकी ताड़का असुुर वध की है। 12 फीट के गोल आर्च के सामने मुख्य मूर्तियां शंकर पार्वती की है। 4 प्रतिमान मूवमेंट है। ताड़का विकराल रूप में है। कुल 6 मूर्तियां है।

श्री केदारनाथ गणेशोत्सव समिति तुलसीपुर: केदारनाथ दर्शन
श्री केदारनाथ गणेशोत्सव समिति की झांकी में केदारनाथ मंदिर को दिखाया गया है। 13 फीट आर्च के सामने केदारनाथ मंदिर व उसके सामने द्वादश ज्योर्तिलिंग हैं। शिव का तांडव नृत्य व पूजा करते साधु-संत सहित कुल 7 मूर्तियां हैं।

तिरंगा मंडल – छत्तीसगढ़ महतारी
छत्तीसगढ़ कला संस्कृति आधारित झांकी दिखाने के लिये प्रसिद्ध तिरंगा मंडल कमल टॉकीज चौक की झांकी में 12 फृट आर्च के सामने ममतामयी छत्तीसगढ़ महतारी हरी साड़ी में खड़ी मुद्रा में है। मूवमेंट करती 23 मूर्तियों वाली यह झांकी एक ट्रैक्टर व एक जीप में बनकर तैयार है। फुगड़ी खेलती महिलाएं, गेड़ी नृत्य करते पुरूष, तीजा – पोला आदि का दृश्य मनमोहक है। प्लेटफार्म पर हरियाली ही हरियाली है।

बाल समाज गंजलाइनः आजादी का अमृत महोत्सव
बाल समाज गंजलाइन की झांकी देश भक्ति से ओतप्रोत है। जिसमें आजादी के अमृत महोत्सव को दर्शाया गया है। तैयार यह झांकी दुर्ग से आ रही है। झांकी में भारत माता साढ़े ग्यारह फीट विशाल आर्च के सामने खड़ी मुद्रा में है। सामने सुभाषचंद्र बोस, सरदार वल्लभ भाई पटेल, रानी लक्ष्मी बाई, बाल गंगाधर तिलक, पं. जवाहर लाल नेहरू, लाल बहादुर शा़स्त्री की सहित 15 मूर्तियां मूवमेंट करती दिखाई दंेगीं। झांकी का प्लेटफार्म तिरंगामय है।

अष्ट विनायक मंडल, रामाधीन मार्ग – कृष्ण जन्म
11 साल से गणेश स्थापना कर रहे रामाधीन मार्ग के अष्टविनायक मंडल की झांकी में 9 फीट के बाल कृष्ण माखन खाते दिखेंगे। मोरपंख के रूप में आकर्षक आर्च है। सामने कारावास में कृष्ण जन्म, फिर बड़े होते कृष्ण की लीलाएं दिखाई देंगी। सभी 20 मूर्तियां चलायमान हैं। डीजे पर कृष्ण के भजन चलते रहेगें। प्लेटफार्म पर मटका व बांसुरी का चित्रांकन है।

नवरत्न मंडल रामाधीन मार्ग – वराह अवतार
रामाधीन मार्ग में करीब 70 साल से गणेश स्थापना कर रहा नवरत्न मंडल इस वर्ष विष्णु भगवान की वराह अवतार की झांकी निकाल रहा है। 12 फीट गोल आर्च के सामने मुख्य मूर्ति वराह जी व विष्णु जी की है। सभी 20 मूर्तियां मूवमेंट करती दिखाई देंगी।

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