Mark Carney Cabinet: मार्क कार्नी कनाडा के नए पीएम (Canada New PM) बन गए हैं। पूर्व सेंट्रल बैंकर मार्क कार्नी ने गवर्नर जनरल मैरी साइमन की अध्यक्षता में आयोजित एक प्रोग्राम में 30वें कनाडाई मंत्रालय के सदस्यों के साथ शपथ ली। मार्क कार्नी कैबिनेट में दो भारतीय मूल की महिलाओं को भी बड़ी जिम्मेदारी मिली है। इनमें कमल खेड़ा (Kamal Khera) और अनीता आनंद (Anita Anand) हैं।
भारतीय मूल की कनाडाई नागरिक अनीता आनंद और दिल्ली में जन्मी कमल खेड़ा कनाडा की संसद में चुनी गई सबसे युवा महिलाओं में से एक हैं। अब उन्हें देश के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की कैबिनेट का हिस्सा बनाया गया है। अनीता (58) नवाचार, विज्ञान और उद्योग मंत्री हैं, जबकि कमल (36) स्वास्थ्य मंत्री हैं। दोनों ही पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की कैबिनेट से अलग-अलग विभागों के साथ अपने मंत्री पद को बरकरार रखने वाले कुछ लोगों में से हैं।
कौन हैं अनीता आनंद?
कनाडा के प्रधानमंत्री की वेबसाइट के मुताबिक, अनीता आनंद को पहली बार 2019 में ओकविले के लिए संसद सदस्य के रूप में चुनी गई थीं। इससे पहले उन्होंने ट्रेजरी बोर्ड के अध्यक्ष, राष्ट्रीय रक्षा मंत्री और सार्वजनिक सेवा और खरीद मंत्री के रूप में काम किया था। अनीता आनंद ने एक स्कॉलर, वकील और शोधकर्ता के रूप में काम किया है. वो टोरंटो यूनिवर्सिटी में कानून की प्रोफेसर के रूप में एक कानूनी शिक्षाविद रही हैं, जहां उन्होंने निवेशक संरक्षण और कॉर्पोरेट गवर्नेंस में J R Kimber Chair का पद संभाला।

ग्रामीण नोवा स्कोटिया (Nova Scotia) में जन्मी और पली-बढ़ी अनीता आनंद 1985 में ओंटारियो चली गईं। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “मुझे मार्क कार्नी की सरकार में नवाचार, विज्ञान और आर्थिक विकास मंत्री के रूप में शपथ लेने का सम्मान मिला है। हम जानते हैं कि नकारात्मकता से किराया या बंधक का भुगतान नहीं होगा। नकारात्मकता से किराने का सामान कम नहीं होगा। नकारात्मकता से ट्रेड वॉर नहीं जीता जा सकता. हम एकजुट और मजबूत हैं और हम कनाडा और भविष्य की कनाडाई अर्थव्यवस्था का निर्माण करने के लिए तुरंत काम करना शुरू कर देंगे।
ट्रूडो की जगह अगले प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में सबसे आगे चल रहीं अनीता आनंद ने जनवरी में ऐलान किया था कि वह इस दौड़ से पीछे हट रही हैं। उस वक्त उन्होंने यह भी कहा था कि वह फिर से चुनाव नहीं लड़ेंगी। हालांकि, उन्होंने 1 मार्च को यह कहते हुए अपना फैसला पलट दिया था, “कनाडा हमारे देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण का सामना कर रहा है।

कौन हैं कमल खेड़ा?
कमल का परिवार उस वक्त कनाडा चला गया था, जब उनकी स्कूलिंग चल रही थी। बाद में उन्होंने टोरंटो की यॉर्क यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ साइंस की डिग्री हासिल की। कनाडा के प्रधानमंत्री की वेबसाइट के मुताबिक, कमल खेड़ा को पहली बार 2015 में ब्रैम्पटन वेस्ट के लिए संसद सदस्य के रूप में चुना गया था। वे संसद के लिए चुनी गई सबसे कम उम्र की महिलाओं में से एक हैं। एक रजिस्टर्ड नर्स, सामुदायिक स्वयंसेवक और पॉलिटिकल एक्टिविस्ट कमल अपने आस-पास के लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए तैयार रहती हैं।
‘हमेशा अपने मरीजों के लिए…’
कमल खेड़ा ने सोशल मीडिया पोस्ट कहा, “एक नर्स के रूप में, मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता हमेशा अपने मरीजों के लिए मौजूद रहना है और इसी तरह मैं स्वास्थ्य मंत्री के तौर पर भी काम करूंगी। प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के विश्वास के लिए बेहद आभारी हूं। अब, अपनी आस्तीन ऊपर चढ़ाने और काम पर लगने का वक्त आ गया है।