भारत के बाजारों की आज की क्लोजिंग बेशक हरे रंग में ही हुई है, परंतु निवेशक इस क्लोजिंग से खुश नहीं होंगे. वह इसलिए, क्योंकि सेंसेक्स ने आज के ही अपने हाई से 515 अंक खो दिए, जबकि निफ्टी ने 162 अंक खोए.
नई दिल्ली. सप्ताह के अंतिम दिन शुक्रवार, 14 अक्टूबर, को बीएसई सेंसेक्स 684.64 अंकों (1.20 फीसदी) की तेजी के साथ 57,919.97 पर बंद हुआ है. निफ्टी 50 में 171.40 अंकों (1.01 फीसदी) का उछाल आया है और यह 17,185.70 पर बंद हुआ. बैंक निफ्टी में आज 681.60 अंकों (1.76 फीसदी) की तेजी रही और इसकी क्लोजिंग 39,305.60 पर हुई.
कल, गुरुवार को, अमेरिका में रिटेल महंगाई के बुरे आंकड़े आने के बावजूद वॉल स्ट्रीट पर बाजारों में तेजी देखी गई. उसी तेजी का असर आज एशियन बाजारों पर भी दिखा. भारतीय बेंचमार्क BSE सेंसेक्स एक समय 1,200 अंक ऊपर था तो निफ्टी लगभग 330 अंकों से अधिक तेजी दिखा रहा था. भारत के बाजारों की आज की क्लोजिंग बेशक हरे रंग में ही हुई है, परंतु निवेशक इस क्लोजिंग से खुश नहीं होंगे. वह इसलिए, क्योंकि सेंसेक्स ने आज के ही अपने हाई से 515 अंक खो दिए, जबकि निफ्टी ने 162 अंक खोए.
बुरे आंकड़ों पर भी क्यों उछले अमेरिकी बाजार?
अमेरिका की रिटेल महंगाई दर का आंकड़ा उम्मीद से ज्यादा आने के बाद भी शेयर बाजारों ने अच्छी रिकवरी की और बढ़त के साथ बंद हुए. अगस्त से तुलना में सितंबर में US कंज्यूमर प्राइस 0.4 फ़ीसदी बढ़ा. जबकि विशेषज्ञ 0.2 फ़ीसदी की बढ़त का अनुमान लगाकर बैठे थे. आईएएफ ग्लोबल ने अपने एक नोट में कहा कि s&p 500 के 50 फ़ीसदी रिट्रेसमेंट (50 फीसदी नीचे आने) पर एल्गो ट्रेडिंग के माध्यम से यह खरीदारी हुई हो सकती है. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश सलाहकार वीके विजयकुमार ने कहा कि ओवरसोल्ड मार्केट पोजिशनिंग की वजह से शॉर्ट कवरिंग हुई और डाओ में 1,400 अंकों की तेजी आ गई.