शैली ओबरॉय ने ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा, “मैं प्रस्ताव करना चाहूंगी कि MCD द्वारा मृतक छात्रों के नाम पर राजेंद्र नगर, मुखर्जी नगर, पटेल नगर और बेर सराय में 4 स्थानों पर कम से कम 4 पब्लिक लाइब्रेरी स्थापित बनाई जा सकती हैं.”
” कुछ दिन पहले राजेंद्र नगर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद दिल्ली में UPSC की तैयारी कर रहे बहुत से छात्रों ने दिल्ली में पब्लिक और सरकारी लाइब्रेरी की कमी का मुद्दा उठाया है, क्योंकि वे प्राइवेट लाइब्रेरियों द्वारा ली जाने वाली भारी मेंबरशिप फीस वहन नहीं कर सकते.”
दिल्ली में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के सामने आने वाली समस्याओं, जैसे कि पब्लिक और सरकारी लाइब्रेरी की कमी से निपटने के लिए उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए बजट का प्रावधान मेयर के विवेकाधीन खाते से किया जा सकता है.
“इस कार्य के लिए बजट का प्रावधान मेयर के विवेकाधीन खाते से किया जा सकता है, और आपसे यह भी अनुरोध है कि संबंधित विभाग को व्यवहार्यता की जांच करने और इस संबंध में उपर्युक्त क्षेत्रों में भूमि की पहचान करने और जल्द से जल्द आवश्यक कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दें.”
“दिल्ली को जो नुकसान हुआ है, उसे कोई भी पूरा नहीं कर सकता, लेकिन हम छात्रों के लिए पढ़ाई के सार्वजनिक स्थानों को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं.”
इससे पहले गुरुवार को MCD कमिश्नर अश्विनी कुमार ने UPSC छात्रों से मुलाकात की और बेसमेंट के मिसयूज को रोकने के आदेश दिए. 3 छात्रों की दुखद मौत ने भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए सख्त नियमों और प्रवर्तन की तत्काल आवश्यकता को उजागर किया है.
MCD कमिश्नर ने बेसमेंट वाली इमारत का सर्वे करने और इसका मिसयूज करने वालों के खिलाफ सीलिंग सहित तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया है. बेसमेंट के लिए अलग-अलग प्रवेश और निकास द्वार होने चाहिए