रायपुर। पं. दीनदयाल उपाध्याय स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय में अब यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस प्रारंभ करने की तैयारी चल रही है. इसके लिए विश्वविद्यालय के समीप ही 50 एकड़ जमीन का चिन्हांकन किया गया है. जमीन का सर्वे एनआरडीए के अधिकारियों द्वारा कर लिया ग
प्राप्त जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज 150 सीट वाला होगा. यह कॉलेज स्ववित्तीय एवं राज्य शासन से प्राप्त अनुदान के आधार पर संचालित होगा. एमबीबीएस की 150 सीट के अलावा पीजी कोर्स एमडी, एमएस, सुपरस्पेशलिटी कोर्स एमसीएच तथा नर्सिंग के भी पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे. यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस हेतु विश्वविद्यालय के समीप ही 50 एकड़ जमीन का चिन्हांकन किया गया है. विश्वविद्यालय के प्रस्ताव पर कुछ दिनों पहले ही एनआरडीए के अधिकारियों ने स्थल निरीक्षण किया. माना जा रहा है कि एनआरडीए से जमीन मिलने में किसी तरह की दिक्कतें नहीं आएगी. इसके अलावा मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पताल के लिए भी विवि के सामने 25 एकड़ जमीन की मांग का प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रदीप कुमार पात्रा ने कहा है कि यूनिवर्सिटी के समीप ही कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है. इसके लिए यूनिवर्सिटी स्तर पर तैयारियां प्रारंभ कर दी गई हैं. यूनिवर्सिटी के समीप ही जमीन का चिन्हांकन कर लिया गया है. पिछले दिनों एनआरडीए के अधिकारियों ने जमीन का सर्वे भी कर लिया है. अब राज्य शासन से अनुमति (सर्टिफिकेट) मिलने का इंतजार है. शासन से हरी झंडी मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया तेजी से प्रारंभ की जाएगी.
वर्तमान में प्रदेश में 15 मेडिकल कॉलेज हैं. इनमें 10 सरकारी और 5 निजी मेडिकल कॉलेजों का संचालन हो रहा है. सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पं. जवाहर लाल नेहरू स्मृति मेडिकल कॉलेज रायपुर, सिम्स बिलासपुर (150), भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव, स्व. बलीराम कश्यप स्मृति मेडिकल कॉलेज जगदलपुर (125), राजमाता श्रीमती देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर, स्व. लखीराम अग्रवाल स्मृति मेडिकल कॉलेज रायगढ़, कांकेर कॉलेज (125), कोरबा मेडिकल कॉलेज (125), महासमुंद मेडिकल कॉलेज (125), चंदूलाल चन्द्राकर स्मृति मेडिकल कॉलेज दुर्ग.
या है. मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के साथ ही एमडी, एमएस तथा नर्सिंग के पाठ्यक्रम भी संचालित किए जाएंगे. स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय में शिक्षण विभाग (यूटीडी) प्रारंभ करने का प्रस्ताव है. यहां एमबीबीएस एवं नर्सिंग पाठ्यक्रम संचालित होंगे. इसी परिप्रेक्ष्य में पिछले दिनों विश्वविद्यालय प्रबंधन बोर्ड की बैठक में यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस खोलने का निर्णय लिया गया. मेडिकल कॉलेज के लिए पूरा खाका तैयार कर लिया गया है.