केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने सोमवार को घोषणा की कि इस साल दादा साहब फाल्के पुरस्कार महान अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) को दिया जाएगा. इस बड़े सम्मान के लिए चुने जाने पर मिथुन चक्रवर्ती ने कहा, ”मेरे पास शब्द नहीं हैं. उन्होंने कहा कि मैं जहां से आया हूं, मैं सोच भी नहीं सकता था कि मुझे ये मिलेगा.
जब पुरस्कार के लिए नामों की घोषणा की गई, तो मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) ने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो मैं निःशब्द हूं. मैं खुशी के मारे न तो हंस सकता हूं और न ही रो सकता हूं. यह बड़ा सौदा है. मैं कोलकाता में कहां से आया हूं. ऐसे अंधे क्षेत्र में जमीन से. मैं फुटपाथ पर लड़कर यहां आया हूं. उस लड़के के लिए इतना बड़ा सम्मान, मैं वास्तव में कल्पना नहीं कर सकता… मैं केवल इतना कह सकता हूं कि मैं इसे अपने परिवार और दुनिया भर में अपने फैंस को समर्पित करता हूं.
पीएम मोदी ने क्या कहा?
मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) को पुरस्कार मिलने की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) को भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.’ पीएम मोदी ने मिथुन को सांस्कृतिक प्रतीक बताया और कहा कि हर पीढ़ी उन्हें उनके बहुमुखी प्रदर्शन के लिए प्यार करती है. पीएम ने उन्हें बधाई दी.
बेटे नमाशी चक्रवर्ती ने क्या कहा?
मिथुन के बेटे और अभिनेता नमाशी चक्रवर्ती (Namashi Chakraborty) ने भी अपने पिता को सम्मान मिलने की घोषणा पर खुशी व्यक्त की. इंडिया टुडे से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनके पिता सेल्फ मेड स्टार हैं. उन्होंने कहा, ”मैं गौरवान्वित और सम्मानित महसूस कर रहा हूं. मारी पिका एक स्व-निर्मित सुपरस्टार और एक उत्कृष्ट नागरिक हैं. उनकी जीवन यात्रा लाखों लोगों के लिए प्रेरणा है. “हम सभी को इस सम्मान पर गर्व है.”