रायपुर. पिछले साल 9-10 जून की रात तक मानसून रायपुर पहुंच चुका था. इस साल 10 जून तक मानसून छत्तीसगढ़ पहुंचेगा. दक्षिण-पश्चिम मानसून ने रविवार को केरल में दस्तक दे दी है. इसके साथ ही देश में बरसात का मौसम शुरू हो गया है. अब मानसूनी बादल उत्तर की ओर बढ़ेंगे. इसकी वजह से देश भर में बरसात होगी. मौसम विभाग का अनुमान है कि मानसून सामान्य स्पीड से बढ़ता हुआ 10 जून तक बस्तर सीमा से छत्तीसगढ़ में पहुंचेगा. मौसम विभाग के मुताबिक मानसून 29 मई को केरल में सेट हो चुका है. वहां इसके आगमन की सामान्य सामान्य तिथि एक जून है. इसका मतलब है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून समय से दो दिन पहले ही केरल में आ गया है. मौसम विज्ञान विभाग ने शुरुआत में अनुमान लगाया था कि मानसून 27 मई को ही केरल तट पर पहुंच जाएगा. लेकिन स्थानीय परिस्थितियों की वजह से इसमें दो दिन की देर हुई है. बताया जा रहा है कि दक्षिण-पूर्व अरब सागर और केरल के आसपास के क्षेत्रों में बादल छा गए हैं. पिछले 24 घंटों के दौरान केरल में भारी बरसात हो रही है. वहां के 14 वर्षा निगरानी स्टेशनों में से 10 स्टेशनों में 2.5 मिमी या उससे अधिक की वर्षा दर्ज हाे चुकी है. मौसम विभाग इन्हीं मापदंडों के आधार पर मानसून की घोषणा करता है.
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी एच.पी. चंद्रा ने बताया कि सामान्य तौर पर छत्तीसगढ़ में मानसूनी बरसात 10 जून से शुरू होती है. शुरुआत बस्तर संभाग से ही होती है. 15 जून तक इसका प्रभाव रायपुर तक पहुंच जाता है. वहीं 21 जून तक अंबिकापुर और उसके आसपास के क्षेत्रों के ऊपर मानसून प्रभावी हो जाता है. इसके सक्रिय होने के साथ प्रदेश में बरसात की झड़ी लग जाती है. अगर मानसून बहुत प्रबल नहीं हुआ तो 10 जून तक ही छत्तीसगढ़ पहुंचेगा.