बेटे की तकलीफ मां से नहीं हुआ बर्दाश्त, अपनी एक किडनी देकर बचाई बच्चे की जान

रायपुर न्यू राजेन्द्र नगर स्थित श्री मेडिशाईन हॉस्पिटल ने एक और नया किर्तीमान हासिल किया है. अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग से मान्यता मिलने के बाद किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है. 23 वर्ष तुसार दास को उसकी मां देवकी दास ने किडनी दिया. तुसार दास पिछले 1.5 साल से डायलिसिस में था बेटे के तकलिफ को देखते हुए उसके परिवार ने किडनी ट्रांसप्लांट कराने का निर्णय लिया. इसके बाद डॉ. करण सराफ (नेफोलाजिस्ट एवं किडनी ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ) से मिलें डॉ. करण ने किडनी ट्रांसप्लांट कराने की सलाह दिया. मरीज और डोनर की पूरी जांचे सही आने और अनुमति मिलने के बाद 16 जनवरी 2024 को सफल किडनी ट्रांसप्लांट हुआ. उसके बाद अभी मरीज और डोनर पूरी तरह से स्वस्थ्य है और छुट्टी कर दी गयी है. डॉक्टर करण सराफ के नियमित फालोअप में रहने की सलाह दी है.

किडनी ट्रांसप्लांट को इन डॉक्टरों की टीम ने बनाया सफल

तुसार दास के किडनी ट्रांसप्लांट को जिन डॉक्टरों की टीम ने सफल बनाया. उसमें डॉ करण सराफ (नेफोलॉजीस्ट एवं किडनी ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ), डॉ राहुल कपूर (यूरोलाजीस्ट),डॉ प्रसांत भागवत (यूरोलाजीस्ट), डॉ सुफल कुमार (लेप्रोस्कोपीक सर्जन) डॉ सुप्रिती शर्मा(एनेथेसियोलाजिस्ट), डॉ असित नायक (एनेथेसियोलाजिस्ट), डॉ रवि गोयल (एनेथेसियोलाजिस्ट), डॉ सर्वजित (आर एम ओ), डॉ रजा खान (आर एम ओ), ट्रांसप्लांट कॉर्डिनेटर तमन्ना खान एवं समस्त नर्सिंग स्टाफ.

श्री मेडिशाईन हॉस्पिटल के डायरेक्टर एवं अस्थिरोग विशेषज्ञ डॉ सुशील शर्मा ने बताया कि श्री मेडिशाईन हॉस्पिटल में पूर्ण रूप से नेफोलाजी विभाग संचालित है. जिसमें उच्च स्तरीय डायलिसिस, किडनी ट्रांसप्लांट युनिट एवं किडनी मरीज के भर्ती की पूरी सुविधा उपलब्ध हैं. डॉ करण सराफ ने बताया कि कोनिक किडनी डिसीस स्टेज 5 के मरीज जो डायलिसिस पे आ जाते है उनके लिये सबसे अच्छा ईलाज किडनी ट्रांसप्लांट ही है.

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