आरएसएस की नक्सलियों से तुलना पर भड़के सांसद पांडे

पूछा उनके पिता बिना सुरक्षा के मानपुर के जंगलों में क्यों जाते हैं
राजनांदगांव। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तुलना नक्सलियों से करने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर सांसद संतोष पांडे ने जमकर भड़ास निकालते हुए हमला बोला. सांसद ने मुख्यमंत्री के बयान को अत्यंत दुखद और होशो हवास से परे बताया है. उन्होंने कहा कि हाथ कंगन को आरसी क्या उनके पिता प्रतिमाह मानपुर के जंगलों में बिना सुरक्षा के घुसते हैं और नक्सली के रूप में रासुका में तीन बार सजायाफ्ता और जेल यात्री तथाकथित आदिवासियों के नेता से क्या गुफ्तगू षड्यंत्र रचते हैं क्या वे इसे स्पष्ट करेंगे. बयान देने के पूर्व मुख्यमंत्री को थोड़ा इतिहास की भी जानकारी होनी चाहिए कि उनके पार्टी के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने युद्ध, बाढ़ और महामारी में संघ की सेवा भावना को देखते हुए गणतंत्र दिवस परेड में आमंत्रित कर सम्मानित किया था. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि संघ का संचालन तो देश से होता है किंतु राजीव गांधी फाउंडेशन का संचालन और फंडिंग तो वेटिकन सिटी और चीन से हो रही है बताएं कि राजीव गांधी फाउंडेशन में राष्ट्रहित में क्या-क्या कार्य किए हैं. वे यह भी जान लें कि आर एस एस का सिद्धांत सिर्फ राष्ट्रप्रेम और राष्ट्र सर्वोपरि है संघ की विचारधारा में धर्म, जाति, भेद का कोई स्थान नहीं. बयान के पूर्व उन्हें आर एस एस के सिद्धांतों का अध्ययन करना चाहिए. प्रदेश में कानून व्यवस्था छिन्न-भिन्न हो चुका है अधिकारी अपनी मर्जी से बयान दे रहे हैं. भोले भाले तीर्थयात्री और पर्यटकों को प्रताड़ित कर जेल भेजा जा रहा है प्रदेश में आर्थिक स्थिति लचर है इन्हीं अकर्मण्यताओं को छुपाने के लिए संघ को अपना ढाल बना रहे हैं. अपने बयान की समाप्ति पर सांसद ने मुख्यमंत्री से यह भी पूछा कि उत्तर प्रदेश में की गई 50-50 लाख की घोषणा वाली राशि वे कांग्रेस के पार्टी फंड से या राजीव गांधी फाउंडेशन से करेंगे कि छत्तीसगढ़ वासियों के खून पसीने से सरकारी कोष में जमा की गई राशि को देने वाले हैं.

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