राजधानी में अतिक्रमण के खिलाफ नगर निगम की बड़ी कार्रवाई, 20 साल पुरानी दुकानों पर चलाया बुलडोजर

रायपुर। राजधानी रायपुर में नगर निगम ने अवैध अतिक्रमण के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए गुरुवार को पंडरी स्थित केनाल रोड के मुहाने पर बड़ी कार्रवाई की। निगम की टीम ने यहां सड़क किनारे बनी 15 से ज्यादा दुकानों को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के तहत जमींदोज कर दिया। इससे पहले मौदहापारा क्षेत्र में भी ऐसी ही कार्रवाई की गई थी।

तोड़ी गई दुकानों में बिरयानी, जूते-चप्पल, ठेले और गुमटी जैसे छोटे व्यापार शामिल थे। ये दुकानें बीते 20 वर्षों से स्थानीय लोगों की जरूरतें पूरी कर रही थीं और लोगों के बीच किफायती व स्वादिष्ट खाने के लिए जानी जाती थीं। दुकानदारों और स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर निगम ने किसी भी प्रकार की पूर्व सूचना दिए बिना अचानक कार्रवाई की, जिससे उनकी रोजी-रोटी पर संकट आ गया है।

दुकानदारों का कहना है कि इन दुकानों से किसी को कोई असुविधा नहीं होती थी और ये छोटे व्यवसाय उनकी आजीविका का एकमात्र साधन थे। वहीं, नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि ये दुकानें मुख्य सड़क के बहुत पास थीं और इससे यातायात बाधित हो रहा था। कार्रवाई का मकसद ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाना और सार्वजनिक मार्गों को अतिक्रमण मुक्त करना है।

गौरतलब है कि रायपुर की नई मेयर मीनल चौबे के पदभार ग्रहण करने के बाद नगर निगम और पुलिस की संयुक्त टीम ने जयस्तंभ चौक से फाफाडीह चौक तक फैले अतिक्रमण को हटाने की पहल की थी। मौदहापारा इलाके में सड़कों पर लगे ठेले-गुमटी हटाए गए थे और दुकानों के बाहर फैले बोर्ड व सामान जब्त किए गए थे।

नगर निगम की यह मुहिम आगे भी शहर के अन्य इलाकों में जारी रह सकती है, जहां अतिक्रमण की शिकायतें मिल रही हैं। हालांकि, इस कार्रवाई ने छोटे दुकानदारों के भविष्य को लेकर चिंता जरूर बढ़ा दी है। जहां एक ओर प्रशासन शहर की ट्रैफिक व्यवस्था और सौंदर्यीकरण को सुधारने की दिशा में कदम उठा रहा है, वहीं दूसरी ओर गरीब तबके के सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है।

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