रायपुर। आप ने संजय दत्त की फिल्म ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ तो जरूर देखी होगी। फिल्म में एक्टर तमाम तरह के हथकंडे अपनाकर डॉक्टर की डिग्री हासिल कर लेता है। ठीक ऐसा ही एक हैरान कर देने वाला मामला छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से सामना आया है। यहां बिना MBBS डिग्री और मेडिकल काउंसिल पंजीकरण के एक व्यक्ति सात वर्षों तक सरकारी अस्पताल में डॉक्टर के रूप में कार्यरत रहा। अब आरटीआई के माध्यम से मामला सामने आने के बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) ने तत्काल प्रभाव से उसकी सेवाएं समाप्त कर दी हैं।
बता दें कि आरोपी की पहचान राहुल अग्रवाल के रूप में हुई है। आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा डॉ. भीमराव आंबेडकर अस्पताल के सीएमएचओ और NHM छत्तीसगढ़ से उसकी शैक्षणिक योग्यता एवं पंजीकरण संबंधी जानकारी मांगी गई थी। इसके आधार पर NHM ने उसे दस्तावेज प्रस्तुत करने का नोटिस जारी किया, लेकिन बार-बार अवसर देने के बावजूद वह कोई प्रमाण उपलब्ध नहीं करा सका।
दस्तावेज प्रस्तुत न करने पर उसने उच्च न्यायालय से अतिरिक्त समय की मांग की। न्यायालय ने 90 दिनों का समय प्रदान किया, तत्पश्चात एक माह का और अवसर मिला, फिर भी वह आवश्यक प्रमाणपत्र जमा नहीं कर सका। अंततः NHM ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उसकी नियुक्ति समाप्त कर दी।

