कांकेर: जिले की महाराष्ट्र सीमा पर नक्सलियों ने लगातार दुसरे दिन आगजनी की वारदात को अंजाम देते 12 वाहनों को जला दिया है। ये सभी गाड़ियां सड़क निर्माण कार्य में लगी थी। शुक्रवार को नक्सलियों ने बस्तर के बीजापुर जिले में भी 3 वाहनों को जला दिया था। वारदात को अंजाम देने के बाद नक्सली भाग निकले हैं। गढ़चिरौली समेत प्रदेश भर के नक्सल प्रभावित इलाकों में जैसे नक्सलियों ने सड़क निर्माण न होने देने की कसम खा ली है। जिले में नक्सली इसके पहले भी कई बार आतंक मचा चुके हैं। शुक्रवार को नक्सलियों ने बीजापुर जिले के चेरी कंटी गांव तीन गाड़ियों में भी आगजनी की थी। नक्सलियों ने पहले ही एलान कर रखा है की कोई ग्रामीण सड़क निर्माण के कार्य में सहयोग नहीं करें। ना ही यहां काम करें। इस आगजनी को नक्सलियों की बौखलाहट माना जा सकता है। क्योंकि दो महीने पहले ही जवानों ने इस इलाके में 50 लाख के इनामी माओवादी मिलिंद को मार गिराया था। बहरहाल सड़क निर्माण में बाधा डाल नक्सली अपनी बौखलाहट का ही प्रदर्शन कर रहे क्यूंकि कहीं न कहीं सड़क निर्माण से वनांचल और ग्रामीण इलाके के रहवासी खुश ही होते हैं। अगर कोई नाखुश है तो वो हैं बस नक्सली। जिन्हें अपने नापाक इरादों और गैरकानूनी गतिविधियों में सड़क निर्माण बाधा नज़र आती है।