छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में सुरक्षा बलों ने 35 किलो की IED बरामद की है। माओवादियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने के मंसूबे से डामर की पक्की सड़क के नीचे 10 फीट गहरी सुरंग बना कर 15 और 20 किलो की 2 IED प्लांट कर रखी हुई थी। जिसे बुधवार को BDS की टीम ने खोज निकाला है।
जिसके बाद जंगल में ही जवानों ने अपनी सूझ-बूझ दिखाते हुए दोनों IED को डिफ्यूज कर दिया। वहीं स्पॉट से 100 मीटर कॉर्डेक्स वायर, 2 नग डेटोनेटर समेत अन्य सामान भी बरामद किए गए हैं। मामला केशकाल थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, मुखबिर से पुलिस को पुख्ता सूचना मिली थी कि ग्राम हानहेड़ में माओवादियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए IED प्लांट की हुई है। इसी सूचना के आधार पर डॉग स्क्वॉड की टीम समेत BDS की टीम को मौके के लिए रवाना किया गया था। मुखबिर ने जिस लोकेशन को बताया था उसी जगह सड़क पर IED को खोजा जा रहा था।
इस बीच जवानों को सड़क से जुड़ा जंगल की तरफ बिछाया हुआ एक तार भी दिखा। जिसके बाद जवानों ने उसी जगह पर खोजबीन शुरू कर दी। कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद सड़क किनारे के हिस्से को खोद कर एक सुरंग से जवानों ने 35 किलो के 2 टिफिन बम बरामद किए। जिसे BDS की टीम ने मौके पर ही डिफ्यूज कर दिया।
इन्हीं इलाकों से सर्चिंग पर निकलते हैं जवान
दरअसल, जिस मार्ग पर नक्सलियों ने IED प्लांट कर रखी हुई थी इसी मार्ग से अक्सर जवानों की आवाजाही भी होती रहती है। ऐसे में एक बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक से माओवादियों ने सड़क के नीचे सुरंग बनाकर मौत का सामान दबा रखा था। हालांकि नक्सली किसी घटना को अंजाम दे पाते इससे पहले पुलिस ने उनके मंसूबों को नाकाम कर दिया।
बताया जा रहा है कि, इस 35 किलो की IED की क्षमता इतनी है कि इसकी चपेट में आने से एक बड़े वाहन के परखच्चे आसानी से उड़ सकते हैं। इसी मार्ग से ग्रामीणों की भी रोजाना आवाजाही होती रहती है।