नई दिल्ली. नेहरू मेमोरियल का नाम बुधवार को औपचारिक तौर पर बदले जाने के बाद पहली बार इस मसले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की प्रतिक्रिया सामने आई. राहुल गांधी ने कहा कि नेहरू जी की पहचान उनके कर्म हैं, उनका नाम नहीं. तीन मूर्ति स्थित पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के घर को उनकी मृत्यु के बाद नेहरू मेमोरियल में बदल दिया गया था. अब सरकार ने नेहरू मेमोरियल का नाम बदलकर इसे पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (PMML) कर दिया है. पीएम नरेंद्र मोदी के मुख्य सचिव रह चुके नृपेंद्र मिश्रा को पीएमएमएल की कार्यकारी परिषद का अध्यक्ष बनाया गया है.
पीएम मोदी ने 2016 में तीन मूर्ति परिसर में भारत के सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित एक संग्रहालय स्थापित करने का विचार रखा था. इसके बाद नेहरू मेमोरियल की कार्यकारी परिषद ने 25 नवंबर 2016 को अपनी 162वीं बैठक में इसे मंजूरी दी थी. बीते साल प्रधानमंत्री संग्रहालय 21 अप्रैल 2022 को आम लोगों के लिए खोल दिया गया था. तब उद्घाटन के दौरान भी सरकार के निमंत्रण पर नेहरू-गांधी परिवार का कोई भी सदस्य समारोह में उपस्थित नहीं हुआ था.
#WATCH | On Nehru Memorial Museum and Library renamed as Prime Minister's Museum and Library, Congress leader Rahul Gandhi says "Nehru Ji is known for the work he did and not just his name"
(Nehru Ji ki pehchaan unke karam hai, unka naam nahi) pic.twitter.com/X2otaLJiPa
— ANI (@ANI) August 17, 2023
बता दें कि भले ही स्वतंत्रता दिवस के मौके पर नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी का नाम बदल दिया गया हो लेकिन इसका औपचारिक ऐलान जून के महीने में ही कर दिया गया था. इसका नाम प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी करने का फैसला किया गया था. अब इसे औपचारिक रूप दे दिया गया है.
पीएमएमएल के उपाध्यक्ष ए सूर्य प्रकाश ने ट्विटर पर इसका औपचारिक ऐलान किया. उन्होंने लिखा, “नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) अब 14 अगस्त, 2023 से प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय (पीएमएमएल) सोसायटी है, जो समाज के दायरे के लोकतंत्रीकरण और विविधीकरण के अनुरूप है. स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं!’ इस मामले पर पहले संस्कृति मंत्रालय की तरफ से कहा गया था कि उसने नेहरू मेमोरियल का नाम बदलकर प्रधानमंत्रियों के नाम पर रखने का निर्णय लिया गया है.