पड़ोसी ही निकला मुख्य हत्यारा, अपने दो साथियों के साथ मिलकर बनाई थी हत्या कर फिरौती की योजना

बिलासपुर। बिलासपुर के तारबाहर निवासी नाबालिग का अपहरण करने के बाद हत्या करने के मामले में पुलिस को सूचना के महज छह घंटे बाद ही सफलता मिल गई। पूछताछ में पता चला है कि पकड़े गए तीनों आरोपित दो सप्ताह से नाबालिग का अपहरण कर फिरौती मांगने की प्लानिंग कर रहे थे। रविवार को मौका पाकर नाबालिग का अपहरण कर हत्या कर दी। तारबाहर निवासी आसिफ मोहम्मद का 15 वर्षीय बेटा रविवार शाम से गायब था। देर रात तक नहीं लौटने पर पिता आसिफ तारबाहर थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराईं इस बीच पुलिस सक्रिय हो गई। नाबालिग के मोबाइल सीडीआर से लोकेशन का पता लगाया गया। इस बीच मोहल्ले में ही रहने वाले अभिषेक दान की जानकारी मिली। आरोपित ने अपने दो दोस्तों साहिल खान उर्फ शिबू व रवि खांडे के साथ घटना को अंजाम देने की जानकारी दी। मुख्य आरोपित अभिषेक दान का ग्राम रमतला में फार्म हाउस है। नाबालिग रेहान को पहले बिलासा ताल स्थित शराब भट्टी के पास ले गए। इसके बाद आरोपित अभिषेक अपने फाम्र हाउस में ले जाकर नाबालिग रेहान का चमड़े के बेल्ट से गला घोंट दिया। फिर शव को प्लास्टिक की बोरी में भरकर रानीगांव पुल के पास छिपा दिए।

इसके पहले आरोपित नाबालिग के पिता को फोन कर फिरौती की रकम 50 लाख रुपये की मांग की। पिता के थाने में शिकायत दर्ज करने की जानकारी मिलते ही आरोपितों ने रेहान को मौत के घाट उतार दिया। आरोपितों को पता था कि रेहान के पिता प्रापर्टी डीलर हैं। वे जमीन का बड़ा सौदा करने वाले थे। यही वजह है कि आरोपित लालच में आकर घटना को अंजाम दिए हैं।

 

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