रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ राज्य कृषि विपणन (मंडी) बोर्ड के नवीन कार्यालय भवन का लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने इस भवन का नामकरण सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम पर करने की घोषणा की। नवा रायपुर के सेक्टर 24 में 40 करोड़ रूपए की लागत से तैयार किए गए इस भवन में बीज निगम का कार्यालय भी संचालित होगा। लगभग 1 लाख 58 हजार वर्गफीट में बनाए गए इस भवन से कृषि संबंधी विभिन्न गतिविधियों संचालित होंगी जिसका लाभ किसानों को मिलेगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों की सुविधा के लिए राज्य में मंडी का विस्तार किया जा रहा है। राज्य में लगभग 1.25 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की जानी है। इसको देखते हुए धान संग्रहण केन्द्रों को भी मंडी के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में मिलेट्स की खेती को भी लगातार प्रोत्साहन दिया जा रहा है तथा समर्थन मूल्य पर इसकी खरीदी की जा रही है। राज्य में किसान हितैषी नीतियों के फलस्वरूप बस्तर अंचल में खेती-किसानी के प्रति रूझान बढ़ा है। पहले बस्तर में सब्जी का उत्पादन नहीं के बराबर हो रहा था अब बस्तर में सब्जी उत्पादन का क्षेत्र बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का निरंतर प्रयास रहा है कि किसानों को उनके उपज का सही दाम मिले। वर्तमान में केंद्र सरकार द्वारा केन्द्रीय पूल के लिए चावल खरीदी में की गई कटौती किसानों के प्रति अन्याय है। अब बायोमेट्रिक पद्धति से धान खरीदी का नियम केन्द्र सरकार द्वारा लागू किया जा रहा है। यह किसानों को परेशान करने का नया तरीका है।
इस अवसर पर स्कूल शिक्षा एवं सहकारिता मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा की राज्य में सरकार बनने के साथ ही कृषि के क्षेत्र में लगातार क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहा है। राज्य के सरकार अब किसानों से 20 क्विंटल धान की खरीदी करेगी। विगत वर्ष 1 लाख 75 हजार करोड़ रुपए किसानों को उसके उपज के लिए दिया गया। सरकार की किसान हितैषी योजनाओं से किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है। कार्यक्रम में ताम्रध्वज साहू ने कहा कि कृषि प्रधान राज्य में किसानों की प्रगति के लिए नए-नए संसाधनों को अपनाया जा रहा है। नए मंडी भवन के बन जाने से अब राज्य के सभी मंडी सदस्यों को काम-काज में आसानी होगी। उन्होंने मंडी समिति के सदस्य द्वारा की गई विभिन्न मांगों को यथाशीघ्र पूरा करने की बात भी कही।