नई दिल्ली: दिल्ली से सटे नोएडा में स्थित एक पूर्व आईपीएस (IPS) के शानदार बंगले में तीन दिन से इनकम टैक्स (IT) डिपार्टमेंट के अधिकारी डेरा डाले हैं. एक इनपुट के बाद इनकम टैक्स विभाग की टीम इस बंगले में रेड डालने पहुंची थी. IT के अफसर छापे के दौरान घर के बेसमेंट में पहुंचे तो मंजर देखकर उनके होश उड़ गए. दरअसल बेसमेंट के अंदर 600 से ज्यादा लॉकर्स थे जिनमें बेशुमार दौलत थी. इस बीच आज पुलिस अधिकारी राम नारायण सिंह के बेटे सुयश सिंह का एक पत्र वायरल हो रहा है जिसमें इस मामले को लेकर सफाई दी गई है.
अकूत कमाई पर आई सफाई
आपको बता दें कि राम नारायण सिंह पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं. उनके इस आवास में दौलत इतनी है कि नोट गिनने की मशीन मंगानी पड़ी लिहाजा उनके बेसमेंट को काली कमाई का तहखाना कहा जा रहा हैं. रेड को लेकर पूर्व अफसर ने कहा है कि उनका बेटा कारोबारी है जो घर से ही बिजनेस संचालित करता है.
इस बीच उनके बेटे सुयश सिंह का एक पत्र प्रेस रिलीज के नाम से वायरल हुआ है. ब्लू पेन से लिखे इस पत्र में लिखा है कि हमारे घर के बेसमेंट से एक पारिवारिक फर्म चलती है. जिसमें हम लोगों को लॉकर्स देने की सुविधा किराये पर मुहैया कराते हैं. हमने इससे जुड़े पेपर्स आईटी के सभी अफसरों को दिए हैं जिनमें कोई भी त्रुटि नहीं पाई गई है. हमारे कई ग्राहकों ने आईटी विभाग को सहयोग दिया है. इसलिए मीडिया के साथी सही जानकारी के लिए आईटी विभाग की प्रेस रिलीज का इंतजार करें.
अब तक कुल 5.77 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं. हांलाकि सूत्र बताते हैं कि लॉकर्स में कैश और जेवरात मिले हैं उनमें कई अनियमितताएं पाई गई हैं. जैसे लॉकर किराए पर लेने वालों के KYC नहीं हैं. कई लॉकर्स के मालिकों की जानकारी नहीं मिली है. वहीं इनकम टैक्स विभाग के सूत्रों के मुताबिक बंगले के बेसमेंट में बने लॉकर्स में काली कमाई खपाने के संकेत मिले हैं. आयकर विभाग इस बात की जांच में जुटा हुआ है कि लॉकर्स में दौलत कितनी बेनामी और काली है.