Without OTP Scam: टेक्नोलॉजी में जैसे-जैसे उन्नति हो रही है लोगों को घर बैठे मिलने वाली सुविधाएं भी बढ़ती जा रही हैं. लेकिन जैसे हर सिक्के के 2 पहलू होते हैं इस सिक्के के भी हैं. एक तरफ जहां टेक्नोलॉजी हमारा जीवन आसान कर रही है तो दूसरी ओर यही टेक्नोलॉजी कई तरीकों से लोगों के गले का फंदा भी बन रही है. बहरहाल हम फिलहाल केवल साइबर ठगी की बात करेंगे. आपने सुना ही होगा कि कैसे फलाने व्यक्ति से फोन पर आया ओटीपी मांगा गया और ओटीपी देते ही उनके खाते से पैसे उड़ गए. अब चूंकि ये बात फैल चुकी है और लोग पहले से अधिक सतर्क हो गए हैं तो ठगों ने नया तरीका ढूंढ लिया है.
कैसे हो रही ठगी?
इसे एक उदाहरण से समझते हैं. यह सत्य घटना पर आधारित है बस नाम बदल दिया गया है. राहुल नाम के एक 25 वर्षीय युवक ने XYZ शॉपिंग वेबसाइट से अपने लिए 30 हजार रुपये का फोन ऑर्डर किया. फोन को 17 मई को डिलीवर होना था लेकिन राहुल के पास 16 मई को एक कॉल आया और कॉल करने वाले शख्स ने खुद को XYZ कंपनी का कस्टमर केयर बताया. इसके बाद उसने राहुल को उसके सामान की डिटेल वगैरह बताई और कहा कि उसे एडेरस कंफर्म करना है.
एडरेस कंफर्म करने के लिए लिंक
हालांकि, राहुल पहले ही अपना एडरेस शॉपिंग वेबसाइट पर डाल चुका था. इसलिए अब उस शक और पुख्ता हो गया कि यह किसी ठग का ही कॉल है. राहुल ने बात जारी रखी और ठग ने कहा कि आपको एक लिंक भेजा जा रहा है उस पर क्लिक करके एडरेस कंफर्म करना है. जब राहुल ने उस पर क्लिक किया तो एक यूपीआई पेमेंट गेटवे खुल गया. इसमें उसके बैंक की डिटेल मांगी गई थी. राहुल ने जब इसके बारे में ठग से पूछा तो उसने कहा कि एडरेस कंफर्म करने के लिए राहुल को पहले 5 रुपये की पेमेंट करनी होगी. जाहिर तौर पर अगर बैंक डिटेल डाल दी जाती तो बैंक खाता खाली हो जाता.
ठग से सामना
इसके बाद राहुल ने उससे कहा कि वह समझ चुका है कि आप कोई कस्टमर केयर नहीं बल्कि एक ठग हैं. साथ ही राहुल ने उसे ये भी बताया कि उसने इस घटना की एक वीडियो बना ली है. ये सुनते ही ठग गुस्सा हो गया और वीडियो डिलीट करने की धमकी दी. इसके बाद फोन काट दिया.