पटना: बिहार के दो विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव (Bihar Assembly By-election) से पहले बिहार महागठबंधन टूट गई है. सीटों को लेकर जारी खींचतान ने आरजेडी (RJD) और कांग्रेस (Congress) के रिश्ते की डोर को तोड़ दिया. अब विधानसभा चुनाव 2020 साथ मिलकर लड़ने वाली दोनों पार्टियां चुनावी मैदान अलग-अलग एक दूसरे के खिलाफ लड़ रही हैं. महागठबंधन की टूट पर सत्ता पक्ष के नेता अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. इसी क्रम में शनिवार को एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी.
महागठबंधन में कोई दिलचस्पी नहीं
जब पत्रकारों ने मुख्यमंत्री से महागठबंधन के टूट के संबंध में पूछा तो उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर ना मुझे कोई रुचि है और ना ही कोई दिलचस्पी है, जिसे जो करना है, करने दीजिये. वहीं, लालू यादव (Lalu Yadav) के पटना आने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने सवाल को टालते हुए कहा कि ये सब पूछने का कोई मतलब नहीं है. इस जगह ये मत पूछिए, इसके लिए दूसरी जगह है.
सभी लोगों का वैक्सीनेशन कराएंगे
वहीं, कोरोना वैक्सीनेशन का 100 करोड़ डोज पूरा होने के संबंध में उन्होंने कहा कि ये बहुत बड़ी उपलब्धि है. बिहार में भी साढ़े छह करोड़ डोज दिया जा चुका है. हमारा लक्ष्य है कि हम सभी लोगों का वैक्सीनेशन कराएं. इस बाबत एक मीटिंग भी रखी गई है, जिसमें विचार विमर्श करके आगे की रणनीति तय की जाएगी. चार करोड़ से अधिक लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज ले ली है. अब जिन्होनें फर्स्ट डोज ली है, उसे सेकंड डोज भी दिलाना है.” \
मुख्यमंत्री ने कहा, ” हमें ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में घूम-घूमकर लोगों को प्रेरित करना है. इस बाबत प्रचार किया जा रहा है. लोगों को जागरूक किया जा रहा है.” इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड में बिहार के लोगों के मारे जाने की घटना पर शोक व्यक्त किया. साथ ही उनके परिजनों को मुख्यमंत्री रिलीफ फंड से दो-दो लाख देने की घोषणा की.
\