जीएसटी चोरी करने वालों की खैर नहीं, 11,140 फर्जी रजिस्ट्रेशन का खुलासा

Fake GST Registration: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने GST चोरी रोकने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान की समीक्षा की. वित्त मंत्री को फर्जी जीएसटी पंजीकरण के खिलाफ अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी दी गई। वित्त मंत्री को बताया गया कि 11,140 ऐसे पंजीकरण का पता चला है जो जांच में फर्जी पाए गए हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

वित्त मंत्री को बताया गया कि कैसे इन फर्जी जीएसटी रजिस्ट्रेशन (Fake GST Registration) का पता लगाया जा रहा है। वित्त मंत्री ने GST रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को और मजबूत करने के आदेश दिए हैं. और तकनीक का इस्तेमाल कर फर्जी रजिस्ट्रेशन रोकने की सलाह दी है।

इससे पहले सीआईआई के कार्यक्रम के दौरान सीबीआईसी के अध्यक्ष विवेद जौहरी ने बताया कि ऐसी इकाइयों की पहचान के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है, इस दौरान इन इकाइयों द्वारा फर्जी पंजीकरण का मामला सामने आया है.

विवेक जौहरी ने कहा कि कुछ जोखिम आधारित मापदंडों के आधार पर 60,000 ऐसी इकाइयों की पहचान की गई जिनका विवरण फील्ड अधिकारियों के साथ साझा किया गया था. उन्होंने बताया कि इस कवायद का मकसद यह था कि केंद्र और राज्य के अधिकारी ऐसी इकाइयों का भौतिक सत्यापन करें ताकि उनकी मौजूदगी का पता लगाया जा सके कि यह जमीन पर मौजूद है या नहीं.

सीबीआईसी के चेयरमैन ने बताया कि सत्यापन की प्रक्रिया अभी चल रही है. उन्होंने बताया कि 43,000 सत्यापन किए जा चुके हैं, जिनमें से 11,140 फर्जी पाए गए हैं. उन्होंने बताया कि ये फर्जी इकाइयां 15,000 करोड़ रुपये के फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाने में शामिल हैं. उन्होंने बताया कि सत्यापन की इस प्रक्रिया से फर्जी जीएसटी पंजीकरण से राजस्व को हो रहे नुकसान का पता लगाने में मदद मिल रही है.

सीबीआईसी लगातार डेटा एकत्र करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, साथ ही व्यापार से व्यापार लेनदेन की रिपोर्टिंग कर रहा है, पिछले कुछ महीनों में जीएसटी संग्रह में लगातार उछाल आया है। इससे अप्रैल में जीएसटी संग्रह रिकॉर्ड 1.87 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

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