“पाकिस्तानी जासूस” देशद्रोही CRPF जवान को लेकर अब हुआ ये बड़ा खुलासा…

Inside Story Of Traitor CRPF Jawan: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का जवान मोती राम जाट को पाकिस्तान के लिए जासूसी के गंभीर आरोप में गिरफ्तार किया है। जवान साल 2023 में पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों (PIO) के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित गोपनीय जानकारी साझा कर रहा था। NIA ने खुलासा किया है कि मोती राम जाट विभिन्न माध्यमों से पीआईओ से धन भी प्राप्त कर रहा था। देशद्रोही सीआरपीएफ जवान को उसकी सेवाओं से बर्खास्त कर दिया गया है। वहीं CRPF जवान पर कई खुलासे हो रहे हैं। उसके तार जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमला (Pahalgam Terror Attack) से भी जुड़ा है। NIA को अंदेशा है कि आरोपी जवान ने पाकिस्तान को पहलगाम से जुड़ी जानकारियां शेयर की है। फिलहाल एनआईए ने आरोपी जवान से पूछताछ कर रही है।

दरअसल पाकिस्तान के लिए जासूस के आरोप में गिरफ्तार हुए सीआरपीएफ जवान की पोस्टिंग पहले पहलगाम में ही थी। आतंकी हमले से महज 6 दिन पहले ट्रांसफर हुआ था। पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ था। पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान गई थी

सीआरपीएफ जवान पर क्या लगा है आरोप

आरोपी सीआरपीएफ जवान मोती राम जाट जासूसी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल था और 2023 से राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित गोपनीय जानकारी पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों (पीआईओ) को पहुंचा रहा था। अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के सहायक उपनिरीक्षक जाट को इस काम के लिए कई माध्यमों से से पैसे मिल रहे थे।

कैसे पकड़ा गया आरोपी जवान

सीआरपीएफ ने आरोपी जवान को बर्खास्त कर दिया है. सीआरपीएफ के एक बयान के मुताबिक, केंद्रीय एजेंसियों के साथ तालमेल में सीआरपीएफ द्वारा जब जवान की सोशल मीडिया गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी। तब वह जांच के दायरे में आया. निगरानी के दौरान पाया गया कि उसने प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए काम किया है। जांच में ये भी सामने आया कि उसे इस काम के लिए उसे विभिन्न चैनलों के माध्यम से पैसे मिल रहे थे। एनआईए ने मोती राम को दिल्ली से गिरफ्तार किया और वर्तमान में उससे पूछताछ जारी है। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने आरोपी को 6 जून तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया है, ताकि मामले की गहराई से जांच की जा सके।

गुजरात के कच्छ से भी एक शख्स गिरफ्तार

बता दें कि गुजरात एटीएस ने शनिवार को भी कच्छ इलाके से एक शख्स को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने और बॉर्डर, बीएसएफ और भारतीय नेवी के बारे में अहम जानकारी शेयर करने के आरोप में गिरफ्तार किया। स्वास्थ्य कार्यकर्ता के तौर पर काम करने वाले सहदेव सिंह गोहिल को एक बार की उसकी गतिविधि के लिए करीब 40,000 रुपये दिए गए थे। वह व्हाट्सएप पर पाकिस्तान की अदिति भारद्वाज के संपर्क में आया। एजेंट ने उसे हनीट्रैप में फंसाया और इलाके और सुरक्षा बलों की जानकारी उससे शेयर कर ली।

दरअसल पाकिस्तान के लिए जासूस के आरोप में गिरफ्तार हुए सीआरपीएफ जवान की पोस्टिंग पहले पहलगाम में ही थी। आतंकी हमले से महज 6 दिन पहले ट्रांसफर हुआ था। पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ था। पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान गई थी

सीआरपीएफ जवान पर क्या लगा है आरोप

आरोपी सीआरपीएफ जवान मोती राम जाट जासूसी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल था और 2023 से राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित गोपनीय जानकारी पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों (पीआईओ) को पहुंचा रहा था। अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के सहायक उपनिरीक्षक जाट को इस काम के लिए कई माध्यमों से से पैसे मिल रहे थे।

कैसे पकड़ा गया आरोपी जवान

सीआरपीएफ ने आरोपी जवान को बर्खास्त कर दिया है. सीआरपीएफ के एक बयान के मुताबिक, केंद्रीय एजेंसियों के साथ तालमेल में सीआरपीएफ द्वारा जब जवान की सोशल मीडिया गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी। तब वह जांच के दायरे में आया. निगरानी के दौरान पाया गया कि उसने प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए काम किया है। जांच में ये भी सामने आया कि उसे इस काम के लिए उसे विभिन्न चैनलों के माध्यम से पैसे मिल रहे थे। एनआईए ने मोती राम को दिल्ली से गिरफ्तार किया और वर्तमान में उससे पूछताछ जारी है। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने आरोपी को 6 जून तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया है, ताकि मामले की गहराई से जांच की जा सके।

गुजरात के कच्छ से भी एक शख्स गिरफ्तार

बता दें कि गुजरात एटीएस ने शनिवार को भी कच्छ इलाके से एक शख्स को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने और बॉर्डर, बीएसएफ और भारतीय नेवी के बारे में अहम जानकारी शेयर करने के आरोप में गिरफ्तार किया। स्वास्थ्य कार्यकर्ता के तौर पर काम करने वाले सहदेव सिंह गोहिल को एक बार की उसकी गतिविधि के लिए करीब 40,000 रुपये दिए गए थे। वह व्हाट्सएप पर पाकिस्तान की अदिति भारद्वाज के संपर्क में आया। एजेंट ने उसे हनीट्रैप में फंसाया और इलाके और सुरक्षा बलों की जानकारी उससे शेयर कर ली।

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