नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में महापौर के चुनाव के मद्देनजर नगरपालिका भवन और सिविक सेंटर परिसर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। महापौर का चुनाव जल्द ही शुरू होने वाला है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि छह जनवरी को सदन की पहली बैठक के दौरान नगरपालिका भवन में की गई तैनाती की तुलना में इस बार महिला सदस्यों तथा मार्शल सहित बड़ी संख्या में नागरिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है।
महापौर और उपमहापौर का चुनाव नगर निगम चुनाव के बाद निर्वाचित 250 सदस्यों की छह जनवरी को हुई पहली बैठक में किया जाना था, लेकिन आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों के बीच टकराव होने और उनके हंगामा करने के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी थी जिस कारण महापौर तथा उपमहापौर का चुनाव नहीं हो सका था।
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) द्वारा साझा किए गए कार्यक्रम के अनुसार पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होगी। पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ने सोमवार को बताया था कि पिछली बैठक में ‘आप’ के घोर विरोध के बावजूद उपराज्यपाल द्वारा नियुक्त ‘एल्डरमैन’ पहले शपथ लेंगे। महापौर के चुनाव के बाद पूरी दिल्ली का 10 साल बाद एक महापौर होगा।
अधिकारी ने कहा, ‘‘ सुरक्षा उपायों के तहत सदन के बाहर पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया है।” ‘आप’ की सदस्य आतिशी समेत कई पार्षद और दिल्ली के विधायक मतदान करने सदन पहुंच चुके हैं। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनाव चार दिसंबर को हुए थे और मतगणना सात दिसंबर को हुई थी। ‘आप’ ने 134 वार्ड जीतकर एमसीडी में भाजपा के 15 साल के शासन को खत्म कर दिया था। भाजपा ने एमसीडी के 250 सदस्यीय सदन में 104 वार्ड में जबकि कांग्रेस ने नौ वार्ड में जीत दर्ज की।