मेष राशि – गोधूली वेला के समय देवी कत्यायनी की पूजा पीले पुष्प से करें साथ ही पीले वस्त्र तथा बेसन से बने प्रसाद माता को अर्पित करें, तो उनके जीवन में भाग्य का साथ प्राप्त होगा.
वृषभ राशि – माता कात्यायनी की पूजा में उनके मंत्र का 108 जाप करें और लाल वस्त्र माता को धारण कराके इनकी पूजा करनी चाहिए. साथ ही शहद और गुलकंद को माता के चरणों में अर्पित करें.
मिथुन राशि – मां को सुगन्धित द्रव्य अर्पित करें और नीले वस्त्र तथा विष्णुकांता के पुष्प साथ ही तिल से बने मिष्ठान का भोग लगायें तो शीघ्र विवाह के योग बनेंगे साथ ही प्रेम सम्बन्धी बाधाएं भी दूर होंगी.
कर्क राशि – मां के समक्ष उनके मन्त्रों का जाप करें, और इनको पीले फूल और पीला नैवेद्य अर्पित करें. शहद अर्पित करना विशेष शुभ होता है, यश तथा भाग्योदय के लिए ये उपाय बेहद शुभकर है.
सिंह राशि – शीघ्र नौकरी वह मनपसंद विवाह के लिए मां कात्यायनी की पूजा, मंत्रजाप तथा लाल गुडहल के पुष्प एवं गेहूं से बनी पंजीरी का भोग लगायें.
कन्या राशि – शुक्र तारा उदित होने के समय रंगीन रेशमी वस्त्र, घी, चीनी, कपूर एक पात्र में रखकर माता के चरणों में अर्पित करें तथा मंत्रजाप से मां के कानो में अपनी चाहत कहें तो आपकी मनोकामना जरूर पूरी होगी.
तुला राशि – लोग कात्यायनी मंत्र जाप के बाद हरा वस्त्र, हरी सब्जी, मूंग की दाल, हल्दी की गांठ माता को चढ़ाएं तो मनपसंद स्थान में नौकरी लगेगी और सफलता निरंतर बनी रहेगी.
वृश्चिक राशि – आज के दिन प्रातःकाल स्नान से निवृत्त होकर माता के मंदिर में समक्ष घी का दीपक जलाएं और उन्हें पीले फूल अर्पित करें, चांदी, चावल से भरा पात्र अर्पित करते हुए मंत्रजाप करें तो निश्चित मन की चाह पूरी होगी.
धनु राशि – मां कात्यायनी के मन्त्रों का जाप करें, गुड़ और गेहूं, तांबा तथा शहद माता को अर्पित करें. इससे उनका भाग्य प्रबल होगा तथा जीवन में यश और समृद्धि प्राप्त होगी.
मकर राशि – द्वारा शहद, चांदी या मिटटी के पात्र में अर्पित किया जाए तो उत्तम होगा, इसके साथ ही सिंदूरी वस्त्र तथा पकवान का भोग लगायें.
कुंभ राशि – इच्छित जीवनसाथी पाने के लिए लाल रंग का वस्त्र, सोना, तांबा, मसूर दाल, बताशा, मीठी रोटी का भोग लगाकर प्रसाद का वितरण करें.
मीन राशि – अपने मनोकुल लाभ प्राप्त करने के लिए केला, पीला वस्त्र, केशर, नमक, मिठाईयां, हल्दी, पीला फूल लेकर माता के कात्यायनी रूप की पूजा करते हुए मंत्र जाप के साथ व्रत रखें तो मुराद जरूर पूरी होगी.