OMG! खाने में निकला सांप का बच्चा, इंजीनियरिंग कॉलेज की कैंटीन का मामला, 15 छात्र बीमार

Snake In Food: बिहार (Bihar) के बांका स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज (Banka Engineering College) की कैंटीन के खाने में सांप का बच्चा (dead snake was found in food) मिलने से हड़कंप मच गया। खाने में सांप का बच्चा मिलने के बाद छात्रों ने जमकर बवाल काटा। इस दौरान खाना खा चुके 15 छात्रों की तबीयत बिगड़ने के बाद सदर अस्पताल  में भर्ती कराया गया है। करी में मरे हुए सांप की फोटो अब इंटरनेट पर वायरल हो रही है। फिलहाल एसडीएम अविनाश कुमार व एसडीपीओ मुख्यालय विनोद कुमार ने शाम में मामले की जांच की और इसकी रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है।

दरअसल पूरा मामला बांका जिला मुख्यालय से महज 7 किलोमीटर दूर इंजीनियरिंग कॉलेज का है। छात्रों के मुताबिक़, 13 जून की रात वो लोग खाना खाने गए थे। खाना खाने के दौरान उन्हें मतली और उल्टी जैसी समस्याएं होने लगीं। बाद में उन्हें खाने में एक छोटा मरा हुआ सांप मिला। इसके बाद खाना खा चुके छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक इलाजउन्हें छुट्टी दे दी गई। खाना एक प्राइवेट मेस द्वारा दिया गया था।

छात्रों ने मामले को लेकर अगले दिन शुक्रवार की दोपहर कॉलेज गेट पर इस मामले को लेकर प्रदर्शन भी किया गया। इसके बाद डीएम के आदेश पर बांका एसडीएम अविनाश कुमार व एसडीपीओ मुख्यालय विनोद कुमार ने शाम में मामले की जांच की और इसकी रिपोर्ट डीएम को सौंपी। अधिकारियों ने कॉलेज के बच्चों व प्रबंधन से पूरे मामले की जानकारी हासिल की।

एक्स यूजर खाने में मरे हुए सांप की फोटो शेयर की

इधर एक एक्स यूजर ऋषि सिंह ने इस घटना को शेयर करते हुए लिखा कि बिहार के बांका के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में खाने में मरा हुआ सांप निकला। खाना खाने के तुरंत बाद छात्रों को उल्टी और जी मिचलाने का अनुभव हुआ। स्थानीय प्राधिकारी के दौरे के बाद भी कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई।

सिंह ने आगे लिखा, ‘कॉलेज प्रबंधन द्वारा मामले को दबाया जा रहा है। छात्रों का कहना है कि खाने में कीड़े मिलने की ऐसी कई घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। लेकिन हर बार कॉलेज प्रशासन द्वारा इसे नजरअंदाज कर दिया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कॉलेज प्रशासन ने फूड वेंडर को बदल दिया और आरोपी पर जुर्माना लगाया है।

मिड डे मील में कई बार मिली छिपकली 

बता दें कि इस तरह की लापरवाही का बिहार में ये कोई पहला मामला नहीं है। बीते फरवरी महीने में बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में मिड-डे मील खाने से कई बच्चे बीमार हो गए थे। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बीमार बच्चों की संख्या 100 से ज्यादा बताई गई थी। ये मामला पश्चिम चंपारण जिले के बगहा-1 प्रखंड का था। वहीं  सितंबर 2023 में सीतामढ़ी के एक सरकारी स्कूल में खाना खाने से 24 से अधिक बच्चे बीमार पड़ गए थे। पांच की हालत तो इतनी बगड़ गई कि उन्हें सदर अस्पताल रेफर करना पड़ा था।

वर्ष 2022 में, बिहार के अररिया जिले के एक सरकारी स्कूल में लगभग 100 छात्र मध्याह्न भोजन खाने के बाद बीमार पड़ गए थे, जिसमें एक मरा हुआ सांप पाया गया था। एक आउटसोर्सिंग एजेंसी द्वारा छात्रों को खिचड़ी परोसी थी। इससे पहले सीवान जिले में मिड डे मीस के साथ परोसे गए अंडों में कीड़े पाए गए थे। स्कूल प्रशासन ने बच्चों को चावल, दाल और अंडे परोसे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब छात्रों ने अंडों के छिलके उतारे तो उन्हें कीड़े मिले थे। बिहार में एक और मिड डे मील त्रासदी में, छपरा के एक सरकारी स्कूल में परोसे गए भोजन को खाने के बाद खाद्य विषाक्तता से 23 बच्चों की मौत हो गई थी।

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