अंचल सहित देशभर के शिवभक्तों ने ब्रम्हमुहूर्त से किए पूजा पाठ
चैत्र नवरात्रि की तैयारियों का हुआ श्रीगणेश
चैत्र नवरात्रि की तैयारियों का हुआ श्रीगणेश
राजनांदगांव। मानव सेवा एवं जनकल्याण के लिए अंचल सहित देशभर में पहचान बना चुकी बर्फानी सेवाश्रम समिति द्वारा हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ माह की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी पर महाशिवरात्रि के अवसर पर 26 फरवरी बुधवार को भगवान भोलेनाथ सहित द्वादश ज्योतिर्लिंगों व देवी देवताओं, ग्रह नवग्रह का विशेष पूजा अर्चना कर महारुद्राभिषेक किया गया। इस अवसर पर अंचल सहित पड़ोसी राज्यों के हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ कर जलाभिषेक व पूजा अर्चना की। इसी के साथ संस्था ने चैत्र नवरात्रि की तैयारियों का भी श्रीगणेश कर दिया।
संस्था के सचिव गणेश प्रसाद शर्मा ‘गन्नू’ ने बताया कि ब्रम्हलीन श्रीश्री 1011 योगाधिराज ब्रम्हर्षि बर्फानी दादा जी के आशीर्वाद व मार्गदर्शन से नगर में बर्फानी आश्रम स्थित मां पाताल भैरवी राज राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी दस महाविद्या द्वादश ज्योर्तिलिंग शिव शक्ति सिद्धपीठ में वर्षभर जनकल्याण व मानस सेवा के साथ ही समय समय पर विभिन्न पर्वों पर धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किया जाता है। इसी कड़ी पर इस वर्ष भी 26 फरवरी बुधवार को पड़ने वाली महाशिवरात्रि के अवसर पर रात्रि 10 बजे से विश्व शांति व जनकल्याण के लिए सिद्धपीठ स्थित विशाल 108 फीट ऊंचे शिवलिंग के प्रथम तल पर विराजमान दुर्लभ स्फटिक के आकर्षक पातालेश्वर महादेव व तृतीय तल पर विशालकाय शिवशंकर भोलेनाथ के साथ विराजमान द्वादश ज्योर्तिलिंगों का महारद्राभिषेक समिति के सदस्यों व श्रद्धालु भक्तजनों के द्वारा किया गया। शिवरात्रि के अवसर पर प्रात: ब्रम्हमुहुर्त 4 बजे से श्रद्धालुओं के लिए मां पाताल भैरवी सिद्धपीठ के पट खोल दिए गए थे। जिसके पश्चात श्रद्धालुओं ने प्रात: से लेकर देर रात्रि तक मां पाताल भैरवी सहित भगवान भोलेनाथ के विराट स्वरूप व द्वादश ज्योतिर्लिंगों का जलाभिषेक व रुद्राभिषेक कर दर्शन लाभ लेते रहे, इसमें अंचल सहित पड़ोसी राज्यों के हजारों श्रद्धालु भी इस पुनीत कार्य के सहभागी बने।
संस्था के सचिव गणेश प्रसाद शर्मा ‘गन्नू’ ने बताया कि ब्रम्हलीन श्रीश्री 1011 योगाधिराज ब्रम्हर्षि बर्फानी दादा जी के आशीर्वाद व मार्गदर्शन से नगर में बर्फानी आश्रम स्थित मां पाताल भैरवी राज राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी दस महाविद्या द्वादश ज्योर्तिलिंग शिव शक्ति सिद्धपीठ में वर्षभर जनकल्याण व मानस सेवा के साथ ही समय समय पर विभिन्न पर्वों पर धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किया जाता है। इसी कड़ी पर इस वर्ष भी 26 फरवरी बुधवार को पड़ने वाली महाशिवरात्रि के अवसर पर रात्रि 10 बजे से विश्व शांति व जनकल्याण के लिए सिद्धपीठ स्थित विशाल 108 फीट ऊंचे शिवलिंग के प्रथम तल पर विराजमान दुर्लभ स्फटिक के आकर्षक पातालेश्वर महादेव व तृतीय तल पर विशालकाय शिवशंकर भोलेनाथ के साथ विराजमान द्वादश ज्योर्तिलिंगों का महारद्राभिषेक समिति के सदस्यों व श्रद्धालु भक्तजनों के द्वारा किया गया। शिवरात्रि के अवसर पर प्रात: ब्रम्हमुहुर्त 4 बजे से श्रद्धालुओं के लिए मां पाताल भैरवी सिद्धपीठ के पट खोल दिए गए थे। जिसके पश्चात श्रद्धालुओं ने प्रात: से लेकर देर रात्रि तक मां पाताल भैरवी सहित भगवान भोलेनाथ के विराट स्वरूप व द्वादश ज्योतिर्लिंगों का जलाभिषेक व रुद्राभिषेक कर दर्शन लाभ लेते रहे, इसमें अंचल सहित पड़ोसी राज्यों के हजारों श्रद्धालु भी इस पुनीत कार्य के सहभागी बने।
तत्पश्चात संस्था द्वारा रात्रि 10 बजे से विधि विधान व मंत्रोच्चार के मध्य गौरी गणेश व कलश की स्थापना के साथ ही भगवान भोलेनाथ व द्वादश ज्योतिर्लिंगों का महारुद्राभिषेक दूध, दही, पंचामृत, शुद्ध घी, अष्टगंध, शहद, गंगाजल, सुगंधित इत्र एवं शुद्ध जल से विद्वान पंडितों व श्रद्धालु भक्तजनों के द्वारा किया गया। सिद्धपीठ में महाशिवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालुओं द्वारा चारों पहर की विशेष पूजा अर्चना की गई। देर रात्रि में महारुद्राभिषेक पश्चात महाअनुष्ठान के तहत हवन की वेदी पर श्रद्धालुओं द्वारा मंत्रोच्चार के साथ विश्व शांति व जनकल्याण के लिए आहुति डाली गई। तत्पश्चात भगवान भोलेनाथ की शंख, घंटी के साथ दीपों से आरती उतारकर प्रसाद वितरण किया गया। इसके साथ ही संस्था द्वारा आगामी 30 मार्च से आयोजित होने वाली हिन्दू नववर्ष व चैत्र नवरात्रि की तैयारियों का भी पूजन पाठ कर श्रीगणेश किया गया।
महाशिवरात्रि के अवसर पर संस्था के अध्यक्ष राजेश मारु, उपाध्यक्ष दीपक जोशी, सचिव गणेश प्रसाद शर्मा ‘गन्नू’, कोषाध्यक्ष नीलम जैन, महंत गोविंद दास, महेन्द्र लुनिया, गुरुचरण सिंह छाबड़ा, सूरज जोशी, आलोक जोशी, योगेन्द्र पांडे, बलविंदर सिंह भाटिया, मनीष परमार, संजय खंडेलवाल, कमलेश सिमनकर के अलावा अन्य सदस्यगण दिनभर की सेवा के साथ अभिषेक, हवन पूजन आदि में सम्मिलित हुए।