मुंगेली. धान खरीदी शुरुआत होने से पहले ही 91 लाख से भी अधिक का धान फर्जीवाड़ा करने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिससे धान खरीदी से जुड़े कर्मचारियों में हड़कम्प मचा हुआ है. ये मामला इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि आगामी दिनों में धान खरीदी शुरू होने वाला है. ऐसे में प्रशासन और पुलिस का ये एक्शन उन कर्मचारियों के एक कड़ा और बड़ा सन्देश है कि किसी भी सूरत में धान खरीदी कार्य मे लापरवाही और गड़बड़ी बर्दाश्त नही की जाएगी.
बता दें, कलेक्टर राहुल देव के निर्देशन में विभाग ने एफआईआर दर्ज कराया था, जिसके बाद से आरोपी रामदास बंजारे, जो कि गुरूवाईन डबरी धान खरीदी केंद्र का कर्मचारी था, ने एफआईआर दर्ज होते ही फरार हो गया. वह नाम और पता बदलकर बिलासपुर में रह रहा था, लेकिन पुलिस की सतर्कता से उसे पकड़ लिया गया. कलेक्टर राहुल देव के निर्देश पर इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने स्वयं मॉनिटरिंग की. जिसके बाद कलेक्टर राहुल देव के निर्देशन पर पुलिस ने आरोपी को धर दबोचा है.
इससे पहले भी कई धान खरीदी कर्मचारियों पर धान शॉर्टेज मामले में एफआईआर की की कार्रवाई देखने को मिलती थी, मगर त्रिस्तरीय अनुबंध के चलते न्यायालय से राहत मिलने के कारण गिरफ्तारी की नौबत ही नही आती थी. लेकिन ये अपने आप मे अलग किस्म की बड़ी कार्रवाई है जिसकी चर्चा विभाग में जोरो पर है.
श्री श्याम राईस प्रोडक्ट प्रबंधन तक जांच की आंच
आरोपी रामदास बंजारा के ऊपर में धान शॉर्टेज के अलावा 600 बोरी धान चोरी छिपे श्री श्याम राईस प्रोडक्ट बरेला की गाड़ी में बेईमानी पूर्वक बिक्री करने की नियत से लोड कराकर भेजने की तैयारी का आरोप है. हालांकि विभाग के अफसरों ने धान खरीदी केंद्र में ही रंगे हाथों पकड़ लिया था,जिसमे जिले के बरेला स्थित श्री श्याम राईस प्रोडक्ट की गाड़ी होना पाया गया था,तो पुलिस की विवेचना इस प्रोडक्ट के प्रबंधक तक भी पहुंचने वाली है,चोरी के इस खेल में मौके पर पकड़े गए इस गाड़ी ,और प्रबंधक का आखिर क्या कनेक्शन है? इस दिशा में पुलिस की कार्रवाई तेज होने वाली है,क्योकि आरोपी के फरार होने के चलते यह मसला रहस्य बना हुआ था मगर गिरफ्तारी के बाद श्री श्याम राईस प्रोडक्ट प्रबंधन तक भी जांच की आंच अब पहुंचना तय हो गया है ऐसा पुलिस के अफसरों का कहना है. यही वजह है कि इन पर भी अब कार्रवाई की तलवार लटकने लगीं है ?क्योकि अभी तक इस प्रोडक्ट की गाड़ी मिलने के बाद भी प्रबंधन पर कोई कार्रवाई हुई हो ऐसी जानकारी फिलहाल नही है.
जिले के लोरमी विकासखंड के गुरुवाइनडबरी धान खरीदी केंद्र में फर्जीवाड़ा करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी रामदास बंजारे ने धान खरीदी केंद्र प्रभारी रहते हुए फर्जीवाड़ा कर शासन को 91 लाख 68 हजार से अधिक का आर्थिक नुकसान पहुंचाया था. कलेक्टर राहुल देव ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी की जल्द से जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे. उन्होंने कहा है कि फर्जीवाड़ा कर शासन को आर्थिक नुकसान पहुंचाने वाले पर किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. अन्य धान खरीदी केंद्रों में भी अनियमितता पाए जाने पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस अधीक्षक कर रहे थे मॉनिटरिंग
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल तत्परता से इस प्रकरण में स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे थे और टीम गठित कर जल्द से जल्द गिरफ्तारी के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे. कलेक्टर एवं एसपी के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पटेल एवं विवेक शुक्ला के मार्गदर्शन एवं एसडीओपी लोरमी माधुरी धीरही के नेतृत्व में थाना लालपुर एवं साइबर सेल की टीम के द्वारा सभी संभावित स्थानों पर छापेमारी की गई. एफ.आई.आर. के बाद से आरोपी लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था. इस दौरान सूचना मिली कि आरोपी बिलासपुर के तिफरा के पास छिपकर अपना नाम पता बदल कर रह रहा था. सूचना पर तत्काल थाना लालपुर और साइबर सेल की टीम को गिरफ्तारी के लिए बिलासपुर भेजा गया और तिफरा के पास आरोपी को घेराबंदी करते हुए गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है.