पहलगाम आतंकी हमला: दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर लोगों का प्रदर्शन, मुर्दाबाद के लगे नारे

Pahalgam Attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा 26 लोगों की निर्मम हत्या के बाद देशभर में आक्रोश फैल गया है. इस घटना के विरोध में आतंकवाद विरोधी कार्य मंच और भाजपा के सदस्यों ने दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायो(Pakistan High Commission) के निकट प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त की.

बीजेपी नेता हर्षवर्धन ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि विनाश काले विपरीत बुद्धि. उन्होंने पेंटागन के सुरक्षा विशेषज्ञों के विचारों को दोहराते हुए कहा कि इन विशेषज्ञों ने औपचारिक रूप से सुझाव दिया है कि पाकिस्तान को आतंकवाद का समर्थन करने वाला देश घोषित किया जाना चाहिए. हर्षवर्धन ने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत निर्दयी हत्याओं का उचित प्रतिशोध लेगा.

विरोध प्रदर्शन में शामिल लोगों ने काले रंग के पोस्टर उठाए हुए थे, जिन पर “एंटी टेरर एक्शन” लिखा था. महिलाओं के हाथों में तिरंगा झंडा भी था. इन पोस्टरों पर “पाकिस्तान मुर्दाबाद,” “पाकिस्तान हाय-हाय,” और “आतंकवाद के आगे नहीं झुकेंगे” जैसे नारे लिखे गए थे.

एक अन्य भाजपा नेता ने कहा कि हम सभी वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत को मानते हैं और सभी धर्मों का सम्मान करना चाहते हैं. लेकिन यदि कोई हमारे धर्म को निशाना बनाकर जानबूझकर हमलों को अंजाम देता है, तो निश्चित रूप से भारत का समाज और दिल्ली की जनता पाकिस्तान को यह संदेश देना चाहेंगे कि जिस हिन्दू की हत्या की गई है, उसका प्रतिशोध लिया जाएगा.

भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं. इनमें पाकिस्तान के दूतावास को भारत में बंद करना और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना शामिल है. इस स्थिति के चलते, लोगों ने पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और दुश्मन देश के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त की.

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान जाने के बाद, भारतीय सेना की संभावित प्रतिक्रिया के डर से पाकिस्तानी वायुसेना ने पूरी रात तनाव में बिताई.

सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना के प्रमुख आसिम मुनीर ने मंगलवार शाम को तीनों सेनाओं के कमांडरों की एक बैठक आयोजित की. इस बैठक के दौरान, 18 फाइटर जेट्स को कराची एयरबेस से भारत की सीमा के निकट स्थित एयरफोर्स स्टेशनों पर भेजने का निर्णय लिया गया, जो लाहौर और रावलपिंडी में स्थित हैं. जानकारी के अनुसार, ये सभी 18 जेट चीन निर्मित जेएफ-17 हैं.

आर्मी चीफ मुनीर को भारत की ओर से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में संभावित स्ट्राइक का खतरा महसूस हो रहा है. इस क्षेत्र में लश्कर के लॉन्च पैड मौजूद हैं, जिससे स्थिति और भी संवेदनशील हो गई है. इसके अलावा, लगभग 740 किमी लंबी नियंत्रण रेखा (LOC) पर पाकिस्तान की सेना की तैनाती में वृद्धि देखी गई है. हाल ही में आई रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान ने अरब सागर में फायरिंग एक्सरसाइज भी शुरू कर दी है.

पाकिस्तान का मानना है कि भारत की ओर से अभी कोई जमीनी सैन्य कार्रवाई नहीं की जाएगी. इस बीच, पाकिस्तान ने अपने सभी 20 कॉम्बैट फाइटर जेट स्क्वाड्रन को उच्च सतर्कता पर रखा है. आर्मी चीफ मुनीर ने बुधवार को कमांडरों की एक बैठक भी आयोजित की.

भारत ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कठोर कदम उठाए हैं. बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट मीटिंग (CCS) ढाई घंटे तक चली. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि इस हमले की गंभीरता को देखते हुए CCS ने पांच महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं. इसके साथ ही, केंद्र सरकार ने आज एक सर्वदलीय बैठक भी आयोजित की है.

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