नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर पुलिस का दावा है कि उसने श्रीनगर में हजरतबल तीर्थ पर हथियार छीनने की कोशिश को नाकाम कर दिया और एक पाकिस्तानी आतंकवादी को मार गिराया. यह आतंकी ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ संगठन से ताल्लुक रखता था. आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि श्रीनगर में पिछले छह महीने से सक्रिय एक ‘पाकिस्तानी’ आतंकवादी जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी के हजरतबल इलाके में गोलीबारी में मारा गया.
पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने संवाददाताओं से कहा, “एक पुलिस दल उसे ट्रैक कर रहा था और उसका उद्देश्य दरगाह पर पुलिस गार्ड पर हमला करना और उसकी राइफल छीनना था.” शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा, “पुलिस दल को देखने के तुरंत बाद उसने पिस्तौल से गोली चलाई और फिर पुलिस ने जवाबी गोलीबारी की, जिससे आतंकवादी मारा गया, वह एक पाकिस्तानी था और पिछले छह महीनों से सक्रिय था.”
पुलिस अधिकारी ने कहा कि दो और आतंकवादी भाग गए और “हम सीसीटीवी आदि का उपयोग करके उन्हें ट्रैक कर रहे हैं.” उन्होंने कहा कि श्रीनगर में खुफिया तंत्र बहुत मजबूत है. एक पत्रकार के इस सवाल पर कि पुलिस हज़रतबल के पास हुए हमले को कैसे देखती है, जिससे सभी धर्मों के लोगों की आस्था इस जगह के साथ है, उन्होंने कहा, “आज की पुलवामा मस्जिद और इस दरगाह पर हुई घटना का उद्देश्य लोगों को चोट पहुंचाना था. धार्मिक भावनाएं पैदा कर और कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा करना उसका उद्देश्य था.”
उन्होंने कहा कि हज़रतबल की साइट से पिस्तौल बरामद की गई है. आईजीपी ने कहा कि मारे गए आतंकवादी की पहचान हैदर के रूप में हुई है और वह टीआरएफ कमांडर था. लगातार घाटी में पुलिस औऱ सुरक्षा बल आतंकियों का सफाया करने के लिए ऑपरेशन चलाते रहते हैं. पड़ोसी मुल्क के तमाम आतंकियों को अब तक भारत के सुरक्षा बलों ने मार गिराया है.