रायपुर। नारायणपुर में घटित धर्मांतरण हिंसा पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की अध्यक्ष और विधायक डॉ. रेणु जोगी, जेसीसीजे प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने प्रेसवार्ता की. अमित जोगी ने कहा कि साम्प्रदायिकता के नाम पर प्रदेश में राजनीति हो रही है. बस्तर को भाजपा और संघ ने वहां के लोगों को भड़काना शुरू कर दिया है. नारायणपुर में घटित घटना में भाजपा का हाथ है. केदार कश्यप नारायणपुर की घटना के पीछे मास्टरमाइंड रहे. भाजपा के नेताओं ने प्रायोजित तरीके से घटनाओं को अंजाम दिया.
प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा, जेसीसीजे ने 17 सदस्यीय जांच दल का गठन किया था. जांच दल ने पीड़ितों,प्रशासन और अन्य पक्षकारों से बात की. जांच में भाजपा के हाथ होने की बात सामने आई. दुर्भाग्यजनक है कांग्रेस और भाजपा की जांच दल की रिपोर्ट सामने नहीं आई. उन्होंने कहा, नारायणपुर और कोंडागांव जिला प्रशासन की भूमिका भी सवालों के घेरे में है. नारायपुर जिले में धर्मांतरण की घटना से 18 गांव प्रभावित हैं. इलाके में दो समुदायों के बीच विवाद की शिकायत 6 महीने से की जा रही थी.
अमित जोगी ने कहा, सलवा जुडूम भाजपा का चलाया हुआ अभियान था. भाजपा ने आदिवासियों का राजनीतिकरण किया, अब धर्मांतरण के नाम पर आदिवासियों को बांटने में लगी है. छत्तीसगढ़ शांति की भूमि, लेकिन उसे बिगाड़ने का काम हो रहा है. राज्य में जो जनता से जुड़े हुए मुद्दे हैं उसे भाजपा नहीं उठाती. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की राज्य सरकार से मांग करती है कि जांच दल की रिपोर्ट के आधार पर हाईकोर्ट के जज से जांच कराए.