कोवैक्सीन ले चुके लोग कर सकते हैं इन देशों की यात्रा, क्वारंटीन की भी जरूरत नहीं

नई दिल्ली: कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) के खिलाफ भारत की जंग में देश की पहली कोरोना रोधी स्वदेशी वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ ने काफी अहम भूमिका निभाई है. लेकिन भारत बायोटेक द्वारा निर्मित इस वैक्सीन को डब्ल्यूएचओ (WHO) ने अब तक मंजूरी नहीं मिली है. इसके इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी देने से पहले डब्ल्यूएचओ ने आगामी 3 नंवबर तक इस संबंध में कुछ अतिरिक्त जानकारियां मांगी है. हालांकि इसके बावजूद कई देशों ने कोवैक्सीन की डोज लेने वाले भारतीयों को अपने देश में यात्रा की अनुमति दे दी है और इसमें नया नाम ओमान का जुड़ गया है.

क्वारंटीन होने की भी आवश्यकता नहीं

हाल ही में ओमान ने कोवैक्सीन को कोविड-19 के टीकों (Corona Vaccine) की अनुमोदित सूची में शामिल किया है. ओमान की राजधानी मस्कट में भारतीय दूतावास ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी. इसके अनुसार, ओमान सरकार भारत के उन सभी यात्रियों को अपने देश में यात्रा की अनुमति देगी, जिन्होंने यात्रा के 14 दिन पहले कोवैक्सिन की दोनों खुराक ले ली है. इन यात्रियों को क्वारंटीन होने की भी आवश्यकता नहीं है. WHO से अप्रूवल पेंडिंग होने के कारण यूरोपीय संघ और संयुक्त राज्य कोवैक्सीन लगाने वाले यात्रियों को यात्रा की अनुमति नहीं दी है, लेकिन ओमान समेत ऐसे कई देश हैं जो कोवैक्सीन को मंजूरी दे चुके हैं.

कोवैक्सीन लगवाने वाले कर सकते हैं ईरान की यात्रा

ऐसे भारतीय जिन्होंने कोवैक्सीन की दोनों डोज ली हो, वे अपने वैक्सीन सर्टिफिकेट के साथ ईरान की यात्रा कर सकते हैं. यात्रा के वक्त उनके पास कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट होनी चाहिए. टेस्ट यात्रा से 96 घंटे पहले ही कराया होना अनिवार्य है. वहीं, अगर कोई बिना टेस्ट रिपोर्ट के यात्रा करता है तो उन्हें 14 दिन क्वारंटीन रहना होगा.

फिलीपींस ने दी कोवैक्सीन को अनुमति

फिलीपींस के ड्रग रेग्यूलेटर ने कोवैक्सीन की इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दी है.

मॉरीशस की भी कर सकते हैं यात्रा

मॉरीशस में भी कोवैक्सीन लगवाने वाले लोग यात्रा कर सकते हैं, हालांकि वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट अनिवार्य है. मॉरीशस की यह शर्त है कि वैक्सीन की दूसरी डोज मॉरीशस आने से 14 दिन पहले लगी होनी चाहिए. यात्रियों को अपने साथ कोरोना जांच की RT-PCR नेगेटिव रिपोर्ट भी होनी, जो 3-7 दिन पहले की होनी चाहिए.

कोवैक्सीन लगवाने वाले जा सकते हैं जिम्बाब्वे

अफ्रीकी देश जिम्बाब्वे ने भी भारत की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन को मंजूरी दी है और दोनों डोज ले चुके जिम्बाब्वे जा सकते हैं.

मेक्सिको ने दी कोवैक्सीन को अनुमति

मेक्सिको के हेल्थ रेग्यूलेटर कॉफीप्रिस (Cofepris) ने भी कोवैक्सीन की इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दी है. इसके बाद से कोवैक्सीन लगवाने वाले लोग यहां की यात्रा कर सकते हैं. यात्रियों को वैसे तो किसी क्वारंटीन से नहीं गुजरना होगा, लेकिन यदि किसी व्यक्ति के अंदर कोरोना के लक्षण देखे गए तो उन्हें क्वारंटीन किया जा सकता है.

नेपाल ने दी कोवैक्सीन को मंजूरी

पड़ोसी देश नेपाल में भी कोवैक्सीन से वैक्सिनेटेड लोग यात्रा कर सकते हैं. उनके पास वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट अनिवार्य है और दूसरी डोज यहां आने से 14 दिन पहले लगी होनी चाहिए.

 

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