कंपनी के बयान के मुताबिक, एयरलाइन ने फर्स्ट ऑफिसर से लेकर सीनियर कमांडर तक के वेतन में 5,000 रुपये से 15,000 रुपये प्रति माह की बढ़ोतरी की है. इस मूल्यांकन सत्र में कनिष्ठ प्रथम अधिकारियों के वेतन में कोई वृद्धि नहीं की गई है.
फर्स्ट ऑफिसर और कैप्टन को मिलेगा ₹60,000 वार्षिक बोनस
हालांकि, एयर इंडिया ने जूनियर फर्स्ट ऑफिसर (जेएफओ) से लेकर वरिष्ठ कमांडरों तक के लिए प्रति वर्ष 42,000 रुपये से 1.8 लाख रुपये तक के बोनस की भी घोषणा की है. फर्स्ट ऑफिसर और कैप्टन को 60,000 रुपये का सालाना बोनस मिलेगा.
कमांडर और सीनियर कमांडर को मिलेगा इतने लाख बोनस
कमांडर को 1.32 लाख रुपये और सीनियर कमांडर को 1.80 लाख रुपये का बोनस मिलेगा. एयरलाइन ने उन पायलटों के लिए मुआवजे की भी घोषणा की है, जिन्हें ग्राउंड और सिम्युलेटर प्रशिक्षण में अत्यधिक देरी का सामना करना पड़ा है.
एयर इंडिया ने कहा, ‘जिन पायलटों ने अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक कमांड अपग्रेड और कन्वर्जन प्रशिक्षण लिया था और जिनके प्रशिक्षण में उचित संगठनात्मक कारणों से देरी हुई थी. उन्हें उड़ान की गारंटीकृत 40 घंटे से अधिक समय प्रशिक्षण में बिताने के लिए अतिरिक्त मुआवजा दिया जाएगा. इन पायलटों को व्यक्तिगत रूप से सूचित किया जाएगा और जून के उड़ान भत्ते के साथ भुगतान किया जाएगा.
केबिन क्रू के वेतन पर पड़ रहा असर
एक दिन पहले ही एयर इंडिया एक्सप्रेस यूनियन ने उड़ान में देरी और रद्दीकरण को लेकर चिंता व्यक्त की थी. इस पर यूनियन ने कहा था कि प्रस्थान की कम संख्या का असर केबिन क्रू के वेतन पर पड़ रहा है.
100 से अधिक केबिन क्रू दो महीने से नहीं किए ड्यूटी
एयर इंडिया एक्सप्रेस कर्मचारी संघ (AIXEU) ने यह भी दावा किया कि हवाई अड्डे के प्रवेश पास की अनुपलब्धता के कारण पिछले दो महीनों से 100 से अधिक केबिन क्रू बिना उड़ान ड्यूटी के बेकार बैठे हैं.
9 मई को राष्ट्रीय राजधानी में मुख्य श्रम आयुक्त (केंद्रीय) द्वारा बुलाई गई यूनियन और एयरलाइन प्रतिनिधियों की बैठक के बाद केबिन क्रू की हड़ताल वापस ले ली गई थी.