प्लास्टिक चावल या फोर्टिफाइड; जांच का विषय

राजनांदगांव। जिले के डोंगरगढ़ क्षेत्र के गांव मड़ियान की सेवा सहकारी समिति में कथित तौर से प्लास्टिक चावल मिलने से उपभोक्ताओं के कान खड़े हो गये हैं और सेहत की चिंता सताने लगी है। हालांकि खाद्य अधिकारी एंड्रायड में इसकी इमेज देखकर फोर्टिफाइड याने पोशक तत्वों से भरपूर चावल होने की बात कह रहे हैं, लेकिन सच क्या है राज्य प्रयोग शाला में जांच के बाद ही पता चल सकेगा। बता दें कि मड़ियान पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एवं जिला भाजपा नेता भरत वर्मा का गृहग्राम है। वे अभी खैरागढ़ के चुनावी दौरा पर हैं। उन्होंने टेलिफोनिक चर्चा में पहुना को बताया। वह यह कि उनके गांव की सोसाइटी के अध्यक्ष श्रीराम मंडावी ने उन्हें बताया कि स्कूल के माध्याह्न योजना में और अपने घर में भी इस चावल का भात बनाने की कोशिश की, लेकिन कड़ा ही रहा। अंततः उसे फेकना पड़ा। ऐसे में प्लास्टिक चावल होने का संदेह हो रहा है। कलेक्टर से हमने शिकायत की तो उनहोंने फोर्टिफाइड चावल होने की बात कही है। जो भी हो प्रयोग शाला जांच से सही पता चलेगा।

“मोबाइल के ग्रुप पर मैने भी उस चावल को देखा है। फोर्टिफाइड हो सकता है। बस्तर क्षेत्र में फोर्टिफाइड चावल चल रहा है। अपने इधर शुरू हुआ ही है जिसमें एक-दो प्रतिशत कामन चावल मिलाकर दे रहे हैं। शिकायत मिले तो जाकर सैंपल लेंगे।”
नेमीचंद पटेल,
खाद्य सुरक्षा अधिकारी

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